बरेली। बुधवार को भारतीय थल सेना दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज को कैडेट एएनओ तथा विद्यालय के प्रधानाचार्य ने सलामी दी। ध्वजा रोहण के उपरांत कैडेट्स की ओर से एक नुक्कड़ नाटक किया गय। जिसमें भारतीय थल सेना के गौरवशाली इतिहास को दर्शाया गया। विद्यालय मे दौड़ का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रधानाचार्य तौकीर सिद्दीकी ने सेना के अनुशासन और बलिदान की कैडेट्स को गौरवगाथाओं के बारे में जानकारी दी। लेफ्टिनेंट मुशाहिद रजा एएनओ ने कैडेट्स को बताया कि 15 जनवरी 1949 में फील्ड मार्शल के एम करियप्पा ने जनरल फ़्रांसिस बुचर से 15 जनवरी 1949 को ही भारतीय सेना की कमान ली थी फ़्रांसिस बुचर भारत के अंतिम ब्रिटिश कमांडर इन चीफ थे। पहली बार किसी भारतीय को इंडियन आर्मी की बागडोर आज ही के दिन सौंपी थी। इसलिए 15 जनवरी को भारतीय थल सेना दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर प्रमुख रूप से 21 यूपी बटालियन बरेली हवलदार सोम बहादुर राणा तथा अंडर ऑफिसर रोहित कुमार, नव सत्यम मिश्रा, सत्यवीर, रूपेंद्र यादव, सचिन सिंह, आशीष गुर्जर, सचिन का विशेष योगदान रहा।।
बरेली से कपिल यादव