मेरठ – यूपी पुलिस परीक्षा में हो रही नकल का एसटीएफ ने भंडाफोड़ करते हुए 22 सॉल्वर और छात्रों को गिरफ्तार किया है। सभी सॉल्वर हरियाणा के हैं और परीक्षार्थी वेस्ट यूपी के जिलों के रहने वाले हैं। सॉल्वर गिरोह ने प्रत्येक परीक्षार्थी से नकल के नाम पर 4 से 5 लाख रुपये वसूले थे। इनके कब्जे से 26 मोबाइल, 10 लाख रुपये, प्रिंटर, लैपटॉप और भारी मात्रा में छात्रों के दस्तावेज मिले हैं। एसटीएफ सीओ ब्रजेश कुमार के मुताबिक, इस गिरोह को कंकरखेड़ा इलाके में एक मकान से पकड़ा गया है। इनका मास्टरमाइंड शकील है जो बागपत के कुरड़ी गाव का रहने वाला है। शकील का यूपी पुलिस कॉस्टेबल के पद पर वर्ष 2015 में चयन हुआ है। शकील ने एक दिन पहले हुई परीक्षा में कई जिलों में अपने सॉल्वर बैठाए थे। शकील का दावा है कि ये सॉल्वर पकड़े भी नहीं गए। शकील ने एसटीएफ को बताया कि करीब 50 छात्रों से सौदा तय हुआ था। हालाकि वे 10 छात्रों से ही पैसा वसूल पाए थे। यह गिरोह आधार कार्ड पर फोटो बदलकर सॉल्वर को परीक्षा कक्ष में बैठाते थे। इससे पहले इस गिरोह ने रेलवे ग्रुप-डी की परीक्षा में सॉल्वर बैठाकर कई छात्रों का चयन कराया है। सभी आरोपी हरियाणा के सोनीपत व पानीपत के रहने वाले हैं। मंगलवार को भी आरोपितों ने कई अभ्यर्थियों के स्थान पर सॉल्वर को परीक्षा में बैठाया था। इस तरह करते हैं धंधा।
पकड़े गए इस गिरोह के कुछ लोग कैंडिडेट को अपने जाल में फंसाते थे। इसके बाद सॉल्वर से परीक्षा दिलाते थे। आरोपी सॉल्वर को एक लाख रुपये देते थे और अभ्यर्थी से चार लाख रुपये परीक्षा में पास कराने के नाम पर लेते थे।