शाही, बरेली। गत दिनो थाना शाही क्षेत्र मे हुई लूट, हत्या और छिनौती की घटनाओं का पुलिस खुलासा नहीं कर सकी। वारदातों को अंजाम देने वाले अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। जिससे लोगों में आक्रोश पनपने लगा है। आपको बता दें कि चकदाह मे ग्रामीण हत्यारों की गिरफ्तारी को रोड जाम कर चुके है।चकदाह में गत 12 जून की सुबह आठ बजे घर से निकली किशोरी की हत्या कर शव को गन्ने के खेत में फेंक दिया था। युवती को परिवार व गांव वालों ने कई घण्टों की कड़ी मशक्कत के बाद जंगल में शव को ढूंढ लिया था। परिवार वालों का मानना है युवती की बलात्कार के बाद हत्या की गई है। गांव बालों ने शीघ्र खुलासा के लिए थाना शाही के धौरा मार्ग पर शव गांव पहुंचने पर तीन घण्टे तक जाम लगाया था। एसपी के आश्वासन पर ग्रामीणों ने जाम खोला था। घटना को आठ दिन बाद भी पुलिस इस जघन्न हत्याकांड का खुलासा नहीं कर पाई है। वही मायके से अपनी मां के दसवां संस्कार से वापस अपने घर जा रही शेरगढ़ के आरएसएस के नेता की पत्नी के टेम्पू से उतरते ही बाइक सवार लुटेरों ने चैन और कुंडल लूट लिए थे। महिला के शोर मचाने पर लुटेरे तमंचा लहराते हुए जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गए थे। नेताओ के दवाब में पुलिस ने अज्ञात लुटेरों के खिलाफ मुकदमा तो दर्ज कर लिया लेकिन पुलिस लुटेरों को आज तक नहीं पकड़ सकी। वही दूसरी ओर मानसिंह निवासी हैदरगंज को मिर्जापुर निवासी एक दलाल ने फोन करके मिर्जापुर बुलाया। दलाल ने कहा पैसे लेकर आ जाओ आज तुम्हारे रिस्तेदार का बैनामा होना है। मानसिंह 60 हजार रुपए लेकर पहुंच गए। पहले दलाल ने शराब पिलाई उसके बाद मारपीट कर रुपए छीन लिए। पीड़ित ने थाना शाही पुलिस को तहरीर दी पुलिस ने चार दिन बीत जाने के बाद भी मुकदमा नहीं लिखा। पीड़ित ने बताया शराब मे कोई जहरीला पदार्थ भी मिलाया था। गला दवाकर हत्या करने का भी प्रयास किया गया था। 15 दिन पहले हुए थाना अध्यक्ष अश्वनी कुमार के तबादले के बाद से बिना एसओ के ही थाना चल रहा है। युवती की निर्मम हत्या, दिनदहाड़े किसान से हुई लूट जैसे अपराधों के बढ़ने के बाद भी थाना अध्यक्ष की नियुक्ति नही हुई है।।
बरेली से कपिल यादव