बरेली। बीएसए कार्यालय पर कार्यभार ग्रहण करने आए नवनियुक्त शिक्षकों की भीड़ एक साथ उमड़ पड़ी। जिससे सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई गई। बेसिक स्कूलों के बच्चों को नियमों का पाठ पढ़ाने जा रहे नए शिक्षक खुद इसका पालन करना भूल गए। शिक्षक एक दूसरे को धक्का देते हुए जल्द निकलने में जुटे रहे। कार्यभार ग्रहण के दौरान दस्तावेजों को जमा करने के लिए तीन काउंटरो पर शिक्षक घेरे हुए खड़े रहे। इसकी जानकारी मिलने पर बीएसए विनय कुमार ने व्यवस्था दुरुस्त कराई लेकिन 5 मिनट के बाद स्थिति जस की तस हो गई। जनपद बरेली के प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक भर्ती से मेरिट के आधार पर 712 पदों के लिए 14 व 15 अक्टूबर को काउंसिलिंग हुई थी। 16 अक्टूबर को 658 नए शिक्षकों को नियुक्ति पत्र भी बांटे गए। शनिवार को सभी शिक्षकों को कार्यभार ग्रहण करने के लिए सभी दस्तावेजों के साथ बीएसए कार्यालय बुलाया गया था। नए शिक्षकों के दस्तावेजों को जमा कराने के लिए कार्यालय पर तीन काउंटर टेबल लगाई गई थी। कार्यभार ग्रहण करने के लिए शनिवार की सेवा ही शिक्षकों की भीड़ पहुंच गई। लाइन में खड़े लोगों के बीच कोविड-19 की गाइडलाइन के मुताबिक सोशल डिस्टेंसिंग को लोग भूल गए। सभी ने शिक्षकों से मेडिकल प्रमाण पत्र चरित्र प्रमाण पत्र नियुक्ति पत्र की फोटोकॉपी प्रार्थना पत्र आदि जमा कराकर कार्यभार ग्रहण कराया गया। इन सभी ने शिक्षकों को विद्यालय का आवंटन बाद में किया जाएगा। बीएसए कार्यालय में कई अभ्यर्थी ऐसे भी पहुंचे जिन्हें नियुक्ति पत्र भी जारी नहीं हुए थे जिन्होंने लिखित में बीएसए से शिकायत की है।
शिक्षा मित्र से सहायक अध्यापक बने रोहित यादव
अध्यापक बनने की जोड़ तोड़ कर रहे ब्लॉक फरीदपुर के शिक्षा मित्र रोहित यादव का चयन 69000 शिक्षक भर्ती में हो जाने पर खुशी से झूम उठे। शुक्रवार को रोहित को नगर क्षेत्र के खंड शिक्षा अधिकारी देवेश राय द्वारा नियुक्ति पत्र देकर बधाई दी गयी। इस मौके पर उन्होंने कहा कि नवनियुक्त शिक्षक बच्चों का भविष्य बेहतर ढंग से संभालेंगे। इधर रोहित के अध्यापक बनने पर परिवारजनों ने खुशी जताई।।
बरेली से कपिल यादव