मीरगंज, बरेली। थाना मीरगंज क्षेत्र के गांव बहरोली में बुजुर्ग मां-बाप की हत्या कर फरार हुए वकील का अब तक कोई सुराग नहीं लग सका है। ग्रामीणों ने हत्यारोपी के आत्महत्या करने की आशंका जताई थी। जिस पर शनिवार को पुलिस ने गांवो के आसपास एक सर्च अभियान चलाया। फिर भी पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली। जानकारी के मुताबिक बहरोली निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक लालता प्रसाद (76) व उनकी पत्नी मोहन देवी (72) की उनके बड़े बेटे दुर्वेश ने जमीनी विवाद के चलते मंगलवार को गोलियों से छलनी कर हत्या कर दी थी। घटना के बाद से हत्यारोपी फरार है। पुलिस ने आरोपी पर 25000 हजार का इनाम भी घोषित कर रखा है। शनिवार को उसकी तलाश में पुलिस ने गांवों के आसपास के जंगलों में तलाश किया। गोताखोरों के साथ कुरतरा के पास रामगंगा में स्थित कुंडा कई घंटे खंगाला। पुलिस ने जंगल के कुओं में भी कांटे डालकर देखा और जांच की। जांच के बाद पुलिस ने चर्चाओं को सिरे से खारिज कर दिया। पुलिस ने हत्यारोपी के कुछ रिश्तेदार के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल भी निकाली लेकिन तमाम कोशिश के बाद भी असफलता हाथ ही लगी। लोगों का यह भी मानना है कि हत्यारोपी पुलिस से बचने के लिए कोर्ट में भी सरेंडर कर सकता है। हत्यारोपी की गिरफ्तारी में देर होने से भाई उमाशंकर गंगवार की जान को भी खतरा बढ़ गया है। परिजनों के अनुसार हत्यारोपी के निशाने पर छोटा भाई भी था। भाई के हाथ न आने पर बुजुर्ग मां-बाप को गोलियों से भून दिया था। पुलिस का मानना है कि हत्यारोपी भाई को निशाना बनाने की कोशिश भी कर सकता है इसलिए पुलिस भाई की सुरक्षा में 24 घंटे लगी है। करो विजय पकड़े ना जाने पर पुलिस आरोपी के घर की कुर्की की कार्यवाही भी करेगी। हत्यारोपी के भाई के कोई संतान नहीं है। एसओ विजय कुमार ने बताया शनिवार को पुलिस ने सर्च आपरेशन चलाकर कुंडा और जंगल के कुओं को खंगाला लेकिन कुछ नहीं मिला है।।
बरेली से कपिल यादव