तीन मासूमो के साथ मजबूर पिता ने मौत को लगाया गले, पुलिस जांच में जुटी

वाराणसी। देश में भले ही विकास व बेरोजगारी दूर करने की बात हमारे देश के राजनेता चाहे वह सरकार में हो या विपक्ष में, राग अलापते चले आ रही है। लोगों को बड़े बड़े दावे के साथ आश्वासन देने वाले नेता यह भूल जाते हैं कि हमारे क्षेत्र में आमजन की क्या हाल है। देखा जाए तो वाराणसी जैसे धर्मनगरी में यहां हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सांसद हैं और पुन: सांसद के लिए चुनाव मैदान में उतरे हैं। इसके बाद भी क्षेत्र के विकास में भारतीय जनता पार्टी के नेता बड़े बड़े दावे और उदाहरण के तौर पर पेश कर रहे हैं। लेकिन आज उसी वाराणसी में एक ऐसी घटना लोगों के दिलों को दहला दी जिससे लोक स्तब्ध रह गए हैं।एक आम व्यक्ति जो छोटे से परिवार का पालन-पोषण नहीं कर पाया और मायूस होकर उसे पूरे परिवार के साथ आत्महत्या करने को मजबूर होना पड़ा। इस घटना ने धार्मिक नगरी वाराणसी ही नहीं बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख देने वाली घटना है। जिस क्षेत्र के सांसद हमारे देश के प्रधानमंत्री हो उस क्षेत्र में इस तरह की अगर घटनाएं घटती है तो यह बहुत ही दुखद है। बता दें कि आज लक्सा थाना क्षेत्र की गीता मंदिर के पास स्थित एक व्यक्ति जिसका नाम दीपक गुप्ता 32 वर्ष बताया जाता है वह अपने परिवार के भरण पोषण के लिए ठेले पर रेडीमेड कपड़ा बेचा करता था। परंतु वह अपने छोटे से धंधे से परिवार का पालन पोषण करने में असमर्थ था। स्थानीय लोगों के अनुसार उस की आर्थिक हालत ठीक ना होने की वजह से वह परेशान रहता था। जिसके पास तीन पुत्रियां निविया 9 वर्ष, अद्वितीय 7 वर्ष, और रिया 5 वर्ष की थी। लेकिन इन छोटे-छोटे मासूमों को पालन पोषण में वह असमर्थ होता देख मौत को ही गले लगाना मुनासिब समझा। जिसका जीता जागता उदाहरण आज लोगों के सामने मौजूद है।
बताया जाता है कि दीपक अपना और अपने तीनों बच्चियों के साथ जहरीला पदार्थ का सेवन कर मौत को गले लगा लिया। घटना की सूचना आसपास के लोगों ने पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। फिलहाल पूरे क्षेत्र में इस घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं व्याप्त है। अब जांच के बाद ही पता चलेगा कि मृतक के इस कदम का क्या कारण रहा है जिसे मौत को अपने पूरे परिवार के साथ गले लगाना पड़ा।

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