पूर्णिया/ बिहार :- एक वक्त हुआ करता था जब राजनीति सिर्फ समाज सेवा के लिए लोग करते थे , पूरी निष्ठा से समाज सेवा में लगे रहते थे , गरीब , कमजोर, और बेरोजगार को मदद करके समाज और देश को आगे बढाने का काम करती थी , हर वर्ग , हर धर्म के लोगो को समान नजर से देखा करती थी । तब की बात और थी आज जमाना बदल गया है । राजनेता राजनीति तो करते है पर सिर्फ सत्ता पाने के लिए , सभी राजनेता चाहे वो किसी भी राजनीतिक दल का हो उन्हें सत्ता चाहिए , और इसे पाने के लिए वो किसी भी हद को तोड़ने को तैयार है।
सभी राजनेता अपने अपने जाती को लेकर उदारता दिखाते हैं , अपनी अपनी कौम को हक़ दिलाने के नाम पर समाज को बांटते है ,और यह भोली जनता उनकी बातों में आकर उनको वोट देकर सत्ता में बिठाते हैं , और उन झुटे नेता से अपने हक के लिए आसरा लगाए रहते है , पर क्या वो राजनेता सही में पूरी निष्ठा से इन गरीब और बेरोजगार को हक़ दिला पाते है ? नही ,वो अपनी जेब गरम करने में मशगुल हो जाते है । चुनाव प्रचार में हुए खर्चे निकलने में मस्त हो जाते हैं,
विकास के नाम पर राजनीति करने वाले नेता भले ही जनता का विकास करे या ना करे पर अपनी विकास जरूर कर लेते है । गाड़ी , बंगला, विदेश यात्रा सब मनोकामना एक के बाद एक पूरी कर लेते है । राजनीति अब समाज की सेवा कम व्वसाय ज्यादा हो चुकी है । जितनी पूंजी लगाओ उसके 10 गुना कमाओ ,जनता जाय भांड में हमें क्या ।
अभी 2019 में लोकसभा का चुनाव होना है और अभी से बिहार की सियासत गर्म हो रही हैं , सभी राजनीतिक दल अपने अपने वोटर को लुभाने में लगे है , पर नीतीश गठबंधन की सरकार में सबकुछ ठीक नही चल रहा है, सीटों के बंटवारा के लिए जदयू, बीजेपी, और रालोसपा में घमासान मचा हुआ है । बिहार में कुल 40 लोक सभा की सीट है जिसपर जदयू गटबंधन और बीजेपी में आधी आधी सीट पर चुनाव लड़ना तय हुआ है मतलब बीजेपी अकेले बीस सीटों पर चुनाव लड़ेगी बांकी सीट पर जदयू , लोजपा, और रालोसपा मिलकर चुनाव लड़ेगी इन्ही सीटों के बंटवारे को लेकर रालोसपा बागी बना हुआ है । इस बात को लेकर कल रालोसपा के नेता और कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ आक्रोश मार्च निकाला। सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता बैनर लेकर सड़क पर उतर आए। कार्यकर्ताओं ने जेपी गोलंबर से डाकबंगला चौराहा तक विरोध प्रदर्शन किया।
आक्रोश मार्च के दौरान रालोसपा के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने मुख्यमंत्री से माफी मांगने की मांग की। गौरतलब है कि रालोसपा नेता उपेंद्र कुशवाहा ने कहा था कि नीतीश कुमार ने उन्हें नीच कहा है और इससे वह बेहत आहत हैं। इसके चलते शनिवार को उनकी पार्टी के लोगों ने आक्रोश मार्च निकाला। कार्यकर्ता राजभवन का घेराव करने के लिए बढ़े थे। पुलिस ने जेपी गोलंबर पर रोकने की कोशिश की, लेकिन कार्यकर्ता नहीं रुके। इसके बाद डाकबंगला चौराहा पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई। पुलिस ने विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों पर लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज से कई कार्यकर्ता घायल हो गए।
शिव शंकर सिंह, पूर्णिया/ बिहार