अब सरकारी घर छोड़ अपने घर रहने जा रहीं बसपा प्रमुख मायावती

लखनऊ – बसपा प्रमुख मायावती ने आज रात बंगला छोड़ने का एलान करने के बाद वहां से सामान शिफ्ट करना शुरू कर दिया है। वह कुछ ही देर में 13 ए माल एवेन्यू खाली हो जाएगा। अब वह यहां से अपने निजी आवास में जाकर रहेगी। यहां ध्यान रखने योग्य है कि बसपा अध्यक्ष मायावती के नाम 13ए माल एवेन्यू आवंटित है। उत्तर प्रदेश राज्य संपत्ति विभाग ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 13ए माल एवेन्यू स्थित सरकारी आवास को खाली करने का नोटिस मायावती को भेजा था। इसके बाद मायावती ने मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखकर अपने कार्यकाल के दौरान लिए गए कैबिनेट फैसलों का हवाला दिया था।
जानकारी के अनुसार सरकारी आवास खाली कराए जाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने 6 लाल बहादुर शास्त्री मार्ग पर अपने नाम आवंटित एक बंगले को खाली कर दिया था। उनका दावा है कि बतौर पूर्व मुख्यमंत्री उनके नाम यही आवास आवंटित किया गया था। बसपा सुप्रीमो का आरोप कि राज्य संपत्ति विभाग बंगले की चाबी रिसीव नहीं कर रहा है लिहाजा उन्होंने विभाग को स्पीड पोस्ट से चाबी भेज दी है। मायावती ने 6 लाल बहादुर शास्त्री मार्ग स्थित बंगला खाली करने के संबंध में 29 मई को राज्य संपत्ति विभाग को खत लिख कर सूचित कर दिया था।

कांशीराम बतौर एमपी 13ए माल एवेन्यू में रहते थे और इस आवास से उनका लगाव था। मायावती ने कहा कि जब भी कांशीराम लखनऊ आते थे उस वक्त इसी आवास पर जन सुनवाई करते थे, तत्कालीन मायावती की सरकार द्वारा आवास को मान्यवर कांशीराम यादगार स्थल के रूप में स्थापित कर दिया गया था।

बंगले का मुआयना कराते हुए मायावती ने बताया कि इस आवास के अधिकांश हिस्से में कांशीराम के जीवन से जुडी विभिन्न घटनाओं से सम्बंधित स्मृति हाल संग्रहालय और उनकी प्रतिमाएं स्थापित हैं।

मीडिया को आवास दिखाते हुए मायावती ने कहा यह आवास कांशी राम के नाम आवंटित है न कि पूर्व मुख्यमंत्री के नाम पर. मैं केवल इस स्थल की देखभाल के लिए इसके एक छोटे से भाग में रहती हूँ

मायावती ने बताया कि अभी तक उस आवास का रखरखाव उनके कर्मी ही करते रहे हैं लेकिन उनके आवास में शिफ्ट होने के बाद इसके रखरखाव की जिम्मेदारी सरकार की होगी। उन्होंने कहा कि मीडिया में ऐसी खबर चल रही थी कि मायावती बंगला खाली नहीं करेगी। लेकिन इसके लिए कोर्ट द्वारा दिये गए 15 दिन का इंतिजार कर लेना चाहिए था।

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