बरेली। जिले में होली नजदीक आते ही कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले में लोग लापरवाही का सबूत दे रहे है। शहर के बाजारो मे होली की खरीदारी करने वालो की भीड़ बढ़ने लगी है। लेकिन अधिकतर लोग संक्रमण को लेकर लापरवाही बरत रहे है। न उनके चेहरे पर मास्क हैं और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल है। जिले में मार्च महीने मे अब तक 150 से अधिक लोग संक्रमित मिल चुके हैं। संक्रमण के यह बढ़ते मामले अब संभलने का संकेत दे रहे है। बीते वर्ष 2020 का मार्च महीना याद हो तो इसी दौरान संक्रमण की शुरुआत हुई थी। मार्च मे ही पहला केस मिला और इसके बाद लगातार मामले बढ़ते चले गए। सरकार ने लॉकडाउन लगाया तो कुछ दिन तक मामले थमे रहे। लेकिन जब अनलॉक हुआ तो संक्रमण के मामले फिर बढ़े। जून से अक्टूबर के बीच संक्रमितों की संख्या दस हजार के पार पहुंच गई। दिसंबर तक संख्या बढ़कर 14 हजार हुई और इसके बाद संक्रमण ने रोक लगाई। फरवरी के अंतिम दिन ऐसा लगा जैसे मानों संक्रमण खत्म हो गया। उस दिन जिले में कोई संक्रमित नहीं मिला। लेकिन मार्च के पहले से दिन से ही संक्रमण ने फिर से यू-टर्न लिया और धीरे धीरे कर गुरुवार को तीन महीने बाद रिकार्ड 26 कोरोना संक्रमित दर्ज किए गए। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने शहर के बाजारों मे लाउड स्पीकर के जरिए जागरूकता शुरू की, लेकिन शहर के लोगों पर कोई असर नहीं दिख रहा है। शहर के सबसे व्यस्ततम बाजार कुतुबखाना मे सड़क से लेकर दुकानों के अंदर तक लोगों की भीड़ थी। चौराहे पर जाम था, पुलिस कर्मी मास्क लगाए तैनात थे। लेकिन सड़कों पर दिख रहे अधिकतर लोग मास्क नहीं लगाए थे। जिसका जहां मन आया थूक रहा था। भीड़ से भरे बाजार में शारीरिक दूरी भी नहीं थी। शहर मे सबसे अधिक जाम जिला अस्पताल रोड पर ही रहता है। यहां का स्ट्रीट मार्केट सस्ती और जरूरत की चीजों की खरीदारी के लिए महसूर है। महिलाएं यहां बड़ी संख्या में खरीदारी करने आती है।बिना मास्क मौजूद लोग संक्रमण को जैसे चुनौती दे रहे हो। इंदिरा मार्केट में कपड़े का बड़ा बाजार है। यहां रेहड़ी और फड़ पर कपड़े बेंचने वालों की संख्या अधिक रहती है। सकरी सड़क में लगने वाले इस बाजार में भीड़ तो हर रोज उमड़ती है। लेकिन अब संक्रमण बढ़ने की दशा में इससे बचाव के इंतजाम नजर नहीं आए।।
बरेली से कपिल यादव