फतेहगंज पश्चिमी, बरेली। शहर व कस्बो में सोमवार से मंदिरों में जय-जयकार गूंजेगी। कोरोना संकट के कारण मंदिरों के कपाट 72 दिन बाद खुलेंगे। वायरस से एहतिहात बरतने के लिए बंद किए गए मंदिरों, पूजा-स्थलों को दोबारा खोलने को लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा 8 जून से धार्मिक स्थल खोले जाने की अनुमति जारी की है। आनंद आश्रम मंदिर कमेटी के सदस्यों द्वारा मंदिर प्रांगण में बैठक आयोजित की गई। बैठक को संबोधित करते हुए कमेटी के मंत्री प्रेमशंकर अग्रवाल ने कहा कि कोरोना संक्रमण पर जीत हासिल करने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार ने 23 मार्च से देश भर के सभी धार्मिक स्थलों के कपाट बंद करने के निर्देश जारी किए थे। जिसके तहत मंदिरों में पुजारियों द्वारा पूजा अर्चना करने के बाद कपाट बंद कर दिए गए जाते थे। ताकि मंदिरों में भक्तों का प्रवेश न हो सके। उन्होंने कहा कि अब केंद्र व प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार 8 जून यानी सोमवार से मंदिर में भक्तों के दर्शन करने व पूजा-पाठ की अनुमति दे दी है जिसके तहत आनंद आश्रम मंदिर सुबह साढे चार बजे से दोपहर बारह बजे तक वह शाम चार बजे से रात्रि नौ बजे तक खुलें रहेंगे। इस दौरान आश्रम में प्रवेश के दौरान सभी भक्तों को मास्क लगाकर प्रवेश करना होगा बिना मास्क के मंदिर में किसी भी दशा में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। पुजारी सचिन शर्मा का कहना है कि कमेटी के पदाधिकारियों ने जो निर्देश दिए है कि किसी भी प्रतिमा पर न तो पुष्प करेंगे और ना ही प्रसाद चढ़ाया जाएगा भक्त केवल दर्शनार्थ आएंगे। खंडेलवाल मंदिर नया टोला के पुजारी पंडित जनार्दन पांडे का कहना है कि सोमवार से मंदिर के मुख्य द्वार पर श्रद्धालुओं के हाथ धुलवाने के साबुन व पानी की व्यवस्था की जाएगी। मास्क लगाए बगैर किसी श्रद्धालु को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। कटरा चांद खां स्थित मौर्य मंदिर के पुजारी पंडित हरिओम शर्मा का कहना है कि कोरोना संक्रमण न पहले इसलिए मंदिर में भक्तों की भीड़ न लगने पाए। इसके लिए मंदिर में आने से पहले मास्क और प्रवेश से पहले हाथ धुलकर सामाजिक दूरी का पालन करते हुए दर्शन करने की अनुमति दी जाएगी। कस्बा फतेहगंज पश्चिमी के रामआसरे मढ़ी मंदिर के पुजारी प्रहलाद अग्रवाल का कहना है कि मंदिर में प्रवेश से पहले मास्क लगाकर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दर्शन करने की अनुमति मिलेगी। इसके साथ यह भी ख्याल रखा जाएगा कि मंदिर में भक्तों की भीड़ भी न लगने पाए।
प्रशासन व मंदिर प्रबंधन की तैयारियां भी तेज
इसके लिए सरकार के आदेशों के तुरंत बाद मंदिर प्रबंधन ने भी तैयारियां शुरू कर दी है। देवी मां की पूजा के पर्व नवरात्र में भी लोगों ने मंदिर के कपाट बंद होने के कारण घर पर ही पूजा पाठ किया। लेकिन अब मंदिरों के खुलने के बाद लोग मंदिर जरूर पहुंचेंगे ऐसे में प्रशासन के सामने भी मंदिरों में शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करवाने के लिए एक चुनौती है।।
बरेली से कपिल यादव