बरेली। सेतु निगम के जिम्मेदार अफसर बेलगाम हो चुके हैं। उन पर जिला मजिस्ट्रेट का आदेश भी असर नहीं कर रहा है। वे सब कुछ अपने हिसाब से कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सेतु निगम की ओर से चौपुला पर कराया जा रहा पुल का निर्माण लोगों के लिए काफी लंबे समय से परेशानी का सबब बना हुआ है। लोगों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए डीएम ने निर्देश दिए थे कि जल्द ही यहां सर्विस लेन को दुरुस्त करा दी जाए। सीडीओ ने भी निर्माण एजेंसियों की बैठक में इस बाबत निर्देश दिए थे मगर अभी तक हालात से लग रहा है कि इनके आदेशों को ही सेतु निगम अफसरों ने रद्दी की टोकरी में डाल दिया है। चौपुला पर काफी धीमी गति से पुल का निर्माण चल रहा है। जिससे लोगों को विकास से पहले ही निकास की दिक्कत से जूझना पड़ रहा है। वहां जाम लगा रहता है। धूल धक्कड़ से लोगों को काफी दिक्कत होती रही है। पुल निर्माण के दौरान ही चौपुला से सिटी की ओर जाने वाली सड़क खस्ता हाल हो गई है। वहां गड्ढों की भरमार है। अब सिलेब पर तराई के नाम पर गड्ढों में पानी भरने लगा है। जिससे लोगों को परेशानी हो रही है। डीएम नीतीश कुमार ने सेतु निगम अफसरों को दशहरा के बाद तीन दिन के भीतर सड़क को दुरुस्त कराने के आदेश दिए थे। मगर दशहरा क्या अब दिवाली को बीते भी करीब एक हफ्ते का समय बीत गया है मगर लोगों को वहां के गड्ढों से राहत नहीं मिल सकी है। वही सीडीओ चंद्र मोहन गर्ग ने भी निर्माण एजेंसियों की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा करके चौपुला के हालात सुधारने के निर्देश दिए थे मगर दोनों ही अफसरों की मंशा को ताक पर रख दिया गया।।
बरेली से कपिल यादव