बरेली। कहने को तो बरेली कॉलेज प्रशासन छात्र छात्राओं के लिए सभी सुविधाएं देने का दावा करता रहा है। जिसके लिए रेगुलर छात्र-छात्राओं से हर सुविधा का चार्ज भी वसूला जाता है लेकिन बरेली कॉलेज में शुल्क देने के बाद भी छात्र छात्राओं को इसकी सुविधा का लाभ नहीं मिलता। कोरोना के नाम पर क्लासेस बंद चल रही है। लाइब्रेरी और कंप्यूटर लैब में बैठने की भी अभी इजाजत नहीं मिली है। कोरोना के कारण इस सत्र में भी छात्रों को कंप्यूटर लैब में बैठने की इजाजत नहीं मिलेगी। फिर भी कॉलेज वालों ने स्नातक और परास्नातक के प्रत्येक छात्र छात्रा से इंटरनेट आदि का भी शुल्क वसूल लिया है। करीब 15 हजार छात्र-छात्राओं से साढे तीन लाख जमा हुए लेकिन छात्रों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा। बता दें बरेली कॉलेज प्रशासन के खाते में इंटरनेट शुल्क से साढे तीन लाख से अधिक रुपए आए हैं जबकि छात्रों को इंटरनेट प्रयोग करने के लिए दिया ही नहीं जाता। कॉलेज के पास जिओ कंपनी की ओर से फ्री वाई-फाई की सुविधा है लेकिन कॉलेज में फ्री वाईफाई तो सिर्फ सपना बनकर रह गया है। कैंपस में इंटरनेट की सुविधा होने के बाद भी छात्र छात्राओं को इसका कोई लाभ नहीं मिलता। छात्रों को अपने फार्म भरने समेत अन्य कार्य भी होते हैं लेकिन कॉलेज में छात्रों को शुल्क देने के बाद भी इसका लाभ नहीं मिलता। इस कारण छात्र-छात्राओं को कॉलेज गेट पर बने इंटरनेट कैफे पर भी जाकर अपना कार्य निपटाना होता है।।
बरेली से कपिल यादव