•बोल बम के नारों से गूंजी काशी
वाराणसी- सावन के दूसरे सोमवार को कावड़ियों एवं भक्तों की भीड़ बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में उमड़ पड़ा। सोमवार को भोर में बाबा विश्वनाथ की मंगला आरती के बाद मंदिर के कपाट बाबा के भक्तों के लिए खोल दिए गए। बाबा विश्वनाथ के दरबार में सावन के दूसरे सोमवार को गर्मी के बीच बाबा के हज़ारों भक्तों ने अपने ईष्ट देव का जलाभिषेक किया।
शिव की नगरी काशी में बाबा विश्वनाथ के भक्त रविवार की शाम से ही लाइन में लगने शुरू हो गए थे। कई किलोमीटर की यात्रा करके काशी पहुंचे भक्तों के चेहरे पर ज़रा सी भी थकान नज़र नहीं आ रही थी। बहराइच से बाबा का जलाभीषेक करने पहुंचे एक भक्त ने बताया कि बाबा विश्वनाथ का दर्शन साल में एक बार करने ज़रूर आते हैं। इस बार संजोग है कि सावन के दूसरे सोमवार को हमें बाबा का जलाभिषेक करने का मौक़ा मिला है।
वहीं सुल्तानपुर से कावरिया दल बाबा दरबार में पहुंचकर काफी खुश हैं। लाइन में खड़ी उर्मिला ने बताया कि रात 12 बजे से लाइन में लगी हूँ। इस आस से आयी हूं की मेरे बेटे की तबियत खराब है वो जल्द स्वास्थ्य हो जाए। उन्होंने कहा कि बाबा से कुछ पाने की आस नहीं है बस वो जो दे देंगे उसे लेकर वापस घर लौट जाउंगी।
बाबा के भक्तों में देर रात से ही अपने इष्ट का जलाभिषेक करने की बेचैनी देखने को मिली, सभी जल्द से जल्द बाबा के दरबार में शीश नवना चाह रहे थे।
रिपोर्ट-:महेश पाण्डेय ब्यूरो चीफ वाराणसी मण्डल