लखनऊ। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ की प्रांतीय कमेटी ने शहरी एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री भारत सरकार कौशल किशोर से मुलाकात कर शिक्षामित्रों की समस्याओं को अवगत कराते हुए ज्ञापन सौपा। संघ के प्रदेश अध्यक्ष शिव कुमार शुक्ला व प्रदेश मंत्री कौशल कुमार सिंह का कहना है कि विधानसभा चुनाव में आपके संकल्प पत्र शिक्षामित्रों की समस्याओं का समाधान करने के लिए तीन महीने का समय रखा गया था। जो कि चार वर्ष पूरे हो चुके अभी तक कोई समाधान नहीं निकला। प्रदेश में 153000 शिक्षामित्र स्नातक और 20 वर्षों का अनुभव भी है। नियमावली में संशोधन कर शिक्षामित्रों के समायोजन कर स्थाई समाधान की मांग की। संघ के प्रदेश कोषाध्यक्ष रमेश मिश्रा का कहना है कि उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ में शिक्षामित्रों का स्थाई समाधान का शासनादेश किया गया है। चार वर्षों में 5000 शिक्षामित्रों ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है। आज उनके परिवार में भुखमरी की कगार पर है। शहरी एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री कौशल किशोर ने शिक्षामित्रों को आश्वासन दिया कि उनकी बात शासन तक पहुंचाई जाएगी और इसका सकारात्मक कदम भी उठाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत रूप से शिक्षामित्रों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा। इस मौके पर त्रिभुवन सिंह, राजीव यादव, हंसराज यादव, पूनम सिंह, प्रदीप सिंह, धर्मेंद्र पांडे, सुधाकर तिवारी, प्रदीप तिवारी सहित बड़ी संख्या में शिक्षामित्र मौजूद थे।।
बरेली से कपिल यादव