शराब की दुकानों पर नहीं रखा जा रहा सामाजिक दूरी का ख्याल: लगी लंबी लंबी लाइने

फतेहगंज पश्चिमी, बरेली। सरकार की अनुमति मिलने के बाद 40 दिन बाद शराब की दुकानें खुल गई है। दुकान सुबह दस बजे खुलनी थी, लेकिन लोग नौ बजे से ही दुकानों के सामने जुटने लगे। दुकान के सामने सोशल डिस्टेंसिंग के लिए निशान बनाए गए थे, लेकिन इसका ख्याल नहीं रखा जा रहा है। कोरोना वायरस के संक्रमण पर रोक लगाने की खातिर 24 मार्च से लॉकडाउन के बाद 04 मई यानि सोमवार से शर्तों के साथ शराब की दुकाने खोलने का बड़ा असर देखने को मिला। करीब 40 दिन बाद खुलने वाली दुकानों पर लोग काफी पहले ही पहुंच गए। जिले में शहर से लेकर देहात मे भी शराब की दुकानें खुलने से पहले ही उनके बाहर काफी लम्बी लाइनें लग गई। इस दौरान कई जगह पर तो सामाजिक दूरी की धज्जियां भी उड़ती नजर आ रही थी। लोग बड़ी मात्रा में शराब की बोतलें खरीद रहे हैं, माना जा रहा है कि लोग स्टॉक करने की योजना में लगे हैं। लॉकडाउन 3.0 सोमवार से लागू हो गया है। इसके तहत सरकार ने कुछ शर्तों के साथ रेड, ऑरेंज व ग्रीन जोन में सुबह दस बजे से शाम के सात बजे तक शराब की दुकाने खोलने का प्रावधान किया है। सोमवार को जिले में शहर से लेकर देहात मे सुबह दस बजे से ही शराब की दुकानें खोली गई हैं। इसको लेकर लोगों में काफी उत्सुकता देखी गई। अधिकांश जगह पर तो लोग नौ बजे से ही लाइनों में लग गए थे। शहर के पीलीभीत बाईपास, डेलापीर पर शराब की दुकानों पर सामाजिक दूरी का पालन नहीं हो रहा है। इसके अलावा हिंद टॉकीज के पास शराब की दुकानों पर सामाजिक दूरी का पालन किया जा रहा है। इसी तरह शहर के विभिन्न जगहों पर शराब की दुकानों पर सामाजिक दूरी का पालन नहीं हो पा रहा है। वही कस्बा फतेहगंज पश्चिमी मे शराब की दुकानों पर सामाजिक दूरी के साथ शराब नही बेची जा रही है। हालांकि हाॅटस्पाॅट मे किसी भी प्रकार की कोई छूट नहीं दी जाएगी।
शराब स्टॉक करने की लगी रही होड़
लम्बे अंतराल के बाद खुशी शराब की दुकानों के बाहर लम्बी कतारें हैं। शहर में तो दुकान खुलने का समय दस से सात तक निर्धारित किया गया है। वहां पर काफी भीड़ हैं। लोग अब तो शराब को स्टॉक करने की जुगत में भी हैं। शराब की दुकानों के बाहर ऐसा नजारा दिख भी रहा है।।

बरेली से कपिल यादव

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