ललित कला विभाग का वार्षिक उत्सव कार्यक्रम हुआ संपन्न

वाराणसी/रोहनिया- ललित कला विभाग महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के गंगापुर परिसर के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम शुभारंभ 2019 का आयोजन संपन्न हुआ । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय कुलपति प्रोफेसर टी एन सिंह ने दीप प्रज्वलन कर और भगवान गणेश की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का आगाज किया। ललित कला विभाग गंगापुर परिसर का वार्षिकोत्सव कार्यक्रम कई मायने में विशेष उल्लेखनीय रहता है । विगत 5 वर्षों से इसका आयोजन के अंतर्गत ललित कला विभाग के विद्यार्थियों के द्वारा तरह तरह के हुनर प्रस्तुत किए जाते हैं । इस वर्ष भी इस आयोजन में कला कौशल की पराकाष्ठा देखने को मिली। मंच विन्यास, स्वागत द्वार, परिसर की सौंदर्य व्यवस्था, कार्यक्रम स्थल की व्यवस्था आदि सभी अपनी विशेषताओं को धारण किए हुए था। अत्यंत सीमित संसाधनों के बावजूद ललित कला के विद्यार्थियों के श्रेष्ठ कौशल से यह कार्यक्रम उत्कृष्टता को प्राप्त हुआ। मंच सज्जा की व्यवस्था यहां के विद्यार्थियों में कुमारी वंदना, अभिषेक पांडे, जहानवी शर्मा, दीक्षा पांडे, आकांक्षा सिंह, प्रवीण एवं अनेक अन्य छात्र एवं छात्राओं ने किया। जबकि मंच सज्जा का विशिष्ट प्रभाव विनीत उपाध्याय जो बीएफए चतुर्थ वर्ष के छात्र हैं के द्वारा किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की कड़ी में सुश्री रागेश्री प्रकाश के निर्देशन में अनेक विद्यार्थियों ने मनोहर, एक से एक, लोक नृत्य प्रस्तुत किए गए। जिसमें बिहार के और उत्तर प्रदेश के लोक संस्कृति पर आधारित लोकगीतों के फ्यूजन प्रस्तुति भजन शानदार रही। इस प्रस्तुति में मानसी सिंह, रिमझिम कुमारी, साक्षी पांडे, निशा कुमारी, रागेश्री प्रकाश, शालिनी गांगुली, इत्यादि शामिल थे। कार्यक्रम का प्रारंभ में भगवान शिव को समर्पित करते हुए बीएफए प्रथम वर्ष के छात्र रवि प्रजापति ने अपनी भावात्मक प्रस्तुति देकर बनारस की लोक कला प्रस्तुत की । रागेश्री प्रकाश की द्वारा राजस्थानी लोकगीत पर आधारित नृत्य भी सराहनीय रहा। माननीय कुलपति प्रोफेसर टीएन सिंह ने प्रथम सत्र में विद्यार्थियों के समीप अपने उद्बोधन में ललित कला विभाग की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस परिसर के विद्यार्थी केवल महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के स्तर पर ही नहीं अपितु राज्य स्तर पर भी अपनी कला का प्रसार कर रहे हैं। एक अभिभावक के तौर पर हमें इनकी प्रगति पर गर्व होता है। माननीय निदेशक प्रोo शंभू उपाध्याय ने विद्यार्थियों के उत्साहवर्धन में कहा कि ‘वास्तव में शब्द बहुत कम पड़ जाते हैं। इनकी प्रतिभा के आगे हमें नतमस्तक होना पड़ता है। नि:संदेह ललित कला के इन विद्यार्थियों ने प्रतिमान रचा है । इस अवसर पर परिसर के अन्य विभागों के शिक्षकों को भी प्रोफेसर टीएन सिंह के द्वारा सम्मानित किया गया । पर्यावरण कुंभ के अवसर पर भित्ति चित्रण कार्यशाला में योगदान करने वाले प्रत्येक छात्र एवं छात्राओं को प्रमाण पत्र और प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की गई । शुभारंभ कार्यक्रम में प्रतिभागिता के लिए भी सभी विद्यार्थियों को पारितोषिक और सम्मान पत्र प्रदान किए गए। साथ ही बीएएफए चतुर्थ वर्ष एवं एमएफए चतुर्थ सेमेस्टर के छात्रों की विदाई के लिए उन्हें कला मुकुट पहनाकर प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। माननीय कुलपति श्री टी एन सिंह के बाद में एसडीएम राजातालाब श्री अंजनी कुमार सिंह ने आकर समापन सत्र में विद्यार्थियों का उत्साह वर्धन किया। इस अवसर पर ललित कला के अध्यापक डॉ शशि कांत नाग और श्री सुमित घोष ने आयोजन समिति के सभी प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को शुभकामना दी और आभार प्रकट किया । साथ ही आगंतुक अतिथियों का स्वागत सत्कार और अभिनंदन किया। इस अवसर पर ललित कला के अन्य अध्यापक डॉ गौरव दुबे और डॉक्टर अर्चना पांडेय विशेष सहभागी रहे। प्रोफेसर शम्भू उपाध्याय ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर विद्यापीठ के विकास अधिकारी एवं विधि विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर चतुर्भुज तिवारी , परिसर के अध्यापक , छात्र प्रतिनिधि तथा छात्र छात्राएं उपस्थित हुए।

रिपोर्ट-:कमलेश गुप्ता रोहनिया वाराणसी

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