रेणुकूट पुलिस चौकी बना दलालों का अड्डा:बड़े से बड़ा मामला तय करते हैं बिचौलिए

*पुलिस की कार्यप्रणाली से नगर वासियों में आक्रोश

रेणुकूट/सोनभद्र- स्थानीय पुलिस चौकी दलालों का अड्डा बन गया है। यहां सुविधा शुल्क दिए बिना समस्याओं का निराकरण संभव नहीं है। लेकिन पुलिस सामने न आकर सारे अवैध वसूली, बड़े मामले में लेन देन तय करना, डग्गामार वाहनों, कबाड़ चोरों से महीना वसूलना आदि कार्यों को प्राइवेट दलालों के माध्यम से करवाती है। यहां तक कि पुलिस कांबिंग में लगे प्राइवेट चालक भी हर छोटे-बड़े मामलों में अपनी दखल अंदाजी रखते हैं। ताजा उदाहरण के तौर पर गत 4 सितंबर को क्षेत्र के चाचा कॉलोनी इलाके में चाकूबाजी की घटना में घायल युवक के परिजनों पर एक प्राइवेट पुलिस जीप चालक द्वारा मामले के प्रत्यक्षदर्शी को गवाही के पहले बयान बदलने का दबाव बनाया जा रहा है। इसी मामले में पीड़ित परिवार ने आरोपित से पैसे लेकर मेडिकल रिपोर्ट बदलने का आरोप पुलिस पर लगाया है जिसकी लिखित शिकायत पुलिस अधीक्षक से की गई है। जीप चालक व सिपाहियों द्वारा डराए-धमकाये जाने से पीड़ित परिवार पूरी तरह से सहमा हुआ है। गौर तलब है कि बीते जनवरी माह में मध्यप्रदेश से ओवरलोड बालू लदे ट्रकों से वसूली भी प्राइवेट चालकों , होमगार्डो के द्वारा किया जाता रहा। इस मामले में पुलिस की काफी किरकिरी हुई थी और तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने जांच के आदेश भी दिए थे। लोगों ने आरोप लगाया कि हर छोटे-बड़े मामले में चौकी पर मौजूद दलालों, होमगार्डों, प्राइवेट चालकों की दखल अंदाजी साफ देखी जा सकती है। कहा कि इनके जरिए ही पुलिस मामले का रेट तय करती है और फिर उसे लेन देन कर खत्म करती है। बीते दो सप्ताह पूर्व डग्गामार वाहनों से अवैध वसूली का मामला भी खूब गर्माया था। चौकी इंचार्ज ने कुछ गाड़ियों का चालान कर दिया। नाराज वाहन स्वामियों ने चौकी परिसर में हंगामा शुरू किया। उनका आरोप था कि हम पुलिस के चौकीदार सहित प्राइवेट व्यक्ति को पैसा देकर गाड़ी चलाते हैं। कई वाहन स्वामियों ने इस मामले में लिखित तहरीर भी दिया था। लेकिन पूरी तरह से फंस रही पुलिस ने मामले को रफा-दफा करा दिया। लोगों का आरोप है कि हेरोइन व अन्य मादक पदार्थों के धंधेबाजों से वसूली का काम पुलिस जीप चलाने वाले एक चालक को सौंपा गया है। वहीं दिन रात पुलिस की तीमारदारी करने वाला एक व्यक्ति कबाड़ व्यवसाइयों से महीना वसूलता है। पुलिस से जुड़े सूत्र बताते हैं कि वर्तमान सरकार के वसूली पर कड़े रुख अपनाने के कारण पुलिस ने नया तरीका इजाद कर लिया है। जिसमें सिपाही कारखास सामने न आकर सारे अवैध वसूली के कार्य प्राइवेट लोगों से करवाते हैं। चर्चाओं की माने तो बीते एक सप्ताह पूर्व मुर्धवा मोड़ पर एक सफेदपोश नेता ने शराब के नशे में होटल कर्मी को पीट दिया था जिसमें पीड़ित ने मारपीट, एससी-एसटी का मुकदमा दर्ज कराना चाहा लेकिन पुलिस के खास चहेते दलाल ने पूरे मामले को खत्म करा दिया। लोगों की माने तो ऐसे आधा दर्जन पुलिस के खास दलाल चौकी परिसर में दिन रात डेरा जमाए रहते हैं। स्थानीय पुलिस की कार्यप्रणाली से जहां नगर वासियों में आक्रोश है वही परिक्षेत्र में चोरी, छिटपुट आपराधिक घटनाओं सहित नशे के धंधेबाजों की सक्रियता बढ़ी है।

रिपोर्ट-:सर्वेश सिंह रेणुकूट सोनभद्र

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