राशन वितरण में सोशल डिस्टेंस तक भूले कोटेदार

बरेली। कोरोना वायरस के चलते सरकार ने मनरेगा, श्रम विभाग और नगर निगम में पंजीकृत श्रमिकों के लिए तीन महीने फ्री राशन की योजना शुरू करके लाभार्थियों को एक अप्रैल से लाभ देना शुरू किया गया है। कोटेदारों की दुकानों पर हर जगह इसी बात का झगड़ा हुआ। सरकार ने फ्री राशन देने की घोषणा की है। कुछ कोटेदार फ्री में राशन दे रहे है। फिर यहां रुपए लेकर राशन क्यों दे रहे। शहर में कुछ जगह नगर निगम ने सोशल डिस्टेंस के लिए चूना डालकर गोले बनाए थे। इसके बावजूद भी लोगों ने सोशल डिस्टेंस का ध्यान नहीं दिया। लोग फिर भी एक दूसरे से जुड़े खड़े थे। आजमनगर इलाके में सोशल डिस्टेंस की राशन लेने वालों ने खूब धज्जियां उड़ाईं। भले ही नगर निगम की ओर से सोशल डिस्टेंस बनाए रखने को चूना डालकर लाइनें और गोले खींचे गए थे। इसके बावजूद लोगों ने ध्यान नहीं दिया। खासकर महिलाओं ने सोशल डिस्टेंस का उल्लंघन अधिक किया। कई बार कोटेदार ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन कोई समझने को तैयार नहीं हुआ। एक- दूसरे से चिपक कर ही खड़े हुए और बातें करते रहे। कुछ लोगों ने मास्क लगाया। कुछ ने दुपट्टा मुंह पर बांध रखा था। कुछ महिलाएं कोरोना वायरस से सुरक्षा को लेकर अनजान थीं। चौधरी मोहल्ला रानी साहब फाटक वाली गली में राशन वितरण किया जा रहा था। लोग दुकान के पास इधर-उधर चबूतरों पर बैठे थे। यहां कुछ सोशल डिस्टेंट थी। लोग दूर-दूर बैठे और खड़े थे। शांत पूर्ण तरीके से वितरण हो रहा था। कुछ कार्ड धारकों ने कहा, जब सरकार गरीबों को फ्री में राशन दे रही है, तो कोटेदार रुपए क्यों ले रहे है। हालांकि जब उनको समझाया गया। सरकार के नियम बताए, तो शांत हो गए। गुलाबनगर मनजीत डीजे वाले के पास राशन की दुकान पर सोशल डिस्टेंस का लोगों ने पालन किया यह कोटेदार ने चुना से 1- 1 मीटर की दूरी के की लाइन बना दी जिससे लोग अपनी लाइन पर ही खड़े हुए महिलाओं के लिए अलग लाइन बनी थी और पुरुष राशन कार्ड उपभोक्ताओं के लिए अलग-अलग क्लाइंट थी यहां पर लोगों ने किसी प्रकार का कोई आरोप-प्रत्यारोप नहीं लगाया नियमानुसार अपना अपना राशन लेते रहे और जाते रहे। यहाँ भीड़ अधिक थी। मॉडल टाउन में भी सोशल डिस्टेंस देखने को मिली। यहां भी एक लंबी लाइन थी। लोग एक-एक मीटर की दूरी पर खड़े थे। समस्या राशन वितरण में देरी को लेकर थी। क्योंकि यहां सिर्फ एक ही व्यक्ति राशन वितरण कर रहे थे। पहले पीओएस मशीन में कार्ड फीडिंग करते। उसके बाद स्वयं ही राशन को तौलते थे, इसलिए लोगों में नाराजगी थी। हालांकि लीलावती समेत कई लोगों को इस बात की दिक्कत हुई थी उनका कार्ड नंबर मशीन में स्वीकार नहीं किया गया। जिसकी वजह से उनको लौटना पड़ा। कानून गोयान मोहल्ला में राशन की दुकान पर 6-7 लोग ही खड़े थे। वहां के कोटेदार जावेद हुसैन ने बताया कि सुबह से अब तक 91 लोगों को राशन वितरित किया जा चुका है। सरकार ने पीओएस मशीन में ही फील्डिंग कर दी है जिन लोगों के मनरेगा, श्रम विभाग और नगर निगम के जो कार्ड हैं उनको ही मशीन में स्वीकार किया जा रहा है। अन्य सभी से पूर्व की तरह ही धनराशि लेकर राशन वितरण के आदेश हैं। कोहाड़ापीर राशन की दुकान पर उपभोक्ताओं ने सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ाई। यहां पांच-छह लोग कोटेदार की टेबिल से चिपक कर खड़े थे। एक-दूसरे से चिपक कर खड़े थे। कोई भी उनको यह नहीं कह रहा था कि सोशल डिस्टेंस बनाकर राशन लें। करीब 25- 30 लोग थे, जो कुछ दूरियों पर इधर -उधर चबूतरों पर बैठे थे। यहां भी यही दिक्कत थी, कुछ ऐसे लोग भी आए। उनका कहना था कि हमारी आय 4000 रुपये महीने है, तो हमें भी फ्री में राशन दिया जाए। उनके पास पात्र गृहस्थी कार्ड था लेकिन मनरेगा,श्रम विभाग की ओर से रजिस्ट्रेशन का कोई कार्ड नहीं था इसलिए उनको फ्री में का राशन नहीं मिला।।

– बरेली से कपिल यादव

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