बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। बरेली के विकास मे रबर फैक्ट्री दोबारा अपनी चमक बिखेरेगी। यह बात अलग है कि यह चमक सीधे रबर फैक्ट्री की न होकर यहां पर स्थापित होने वाली फैक्ट्रियों से मिलेगी जो शहर की आर्थिक दशा सुधारने के लिए अपना योगदान देंगी। फतेहगंज पश्चिमी के व्यापार मंडल की पैरवी ने रबर फैक्ट्री की जमीन पर औद्योगिक नगरी बसाने के लिए उद्योग जगत मे नई जान फूंक दी है। इससे शहर का विकास होगा और इसकी आर्थिक हालत सुधरेगी। रबड़ फैक्ट्री की तेरह सौ एकड़ बेशकीमती को वापस लेने के बाद उद्योग लगाने की पैरवी लगातार फतेहगंज पश्चिमी व्यापार मंडल कर रहा है। व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने रबड़ फैक्ट्री की जमीन वापस लेने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार के मंत्रियों के साथ साथ उत्तर प्रदेश व्यापारी कल्याण बोर्ड से भी मांग की है। व्यापारी बोर्ड के अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री योगी से जल्द से जल्द जमीन वापस लेकर औधोगिक विकास योजना मे शामिल करने का प्रस्ताव भेज दिया है। व्यापारी अपनी इस मुहिम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचाना चाहते है ताकि प्रधानमंत्री के हस्तक्षेप से मुंबई हाईकोर्ट सरकार को जमीन वापस देकर अपना रिसीवर हटा ले। इसके लिए पिछले दो माह से स्थानीय व्यापार मंडल के अध्यक्ष व भाजपा नेता आशीष अग्रवाल के नेतृत्व मे केंद्र व प्रदेश सरकार के सौ से अधिक मन्त्रियों तक इस प्रकरण को अवगत करा दिया है। इसके साथ ही उनके संस्तुति पत्रो को प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय व प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंच चुके है। जिससे रबड़ फैक्टरी प्रबंधन की धोखाधड़ी उजागर हो सके। व्यापारी नेता आशीष अग्रवाल ने बताया कि अब केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह से वार्ता करने के लिए समय लेने को कई माह से प्रयासरत है। व्यापारी नेता आशीष अग्रवाल ने बरेली जिले के समस्त भाजपा जनप्रतिनिधियों से अपील की है कि देश के प्रधानमंत्री से इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर वात करें और नई दिल्ली मे एक प्रतिनिधिमंडल को भेंट की अनुमति दिलाएं। बह इस लड़ाई को प्रधानमंत्री मोदी तक पहुंचाने के लिए हर सम्भव प्रयास करेंगे। व्यापारी दिल्ली लखनऊ की दौड़ तब तक लगाते रहेंगे जब तक भूमि बापस नही हो जाती। पांच जुलाई को मुंबई मे होने वाली बैठक मे जमीन वापसी सम्बन्धी प्रकिया होने की भी उम्मीदे कायम हैं।।
बरेली से कपिल यादव