बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। मेडिकल कॉलेज मे एक मरीज की मौत हो गई। गुस्याये परिजनों ने इलाज मे लापरवाही का आरोप लगाकर मेडिकल कॉलेज में हंगामा किया और इलाज के दौरान लापरवाही बरतने के आरोप लगाए। परिजनों ने डॉ पर गलत इंजेक्शन लगाकर मारने का आरोप लगा रहे थे। बाद मे मेडिकल सुपरिटेंडेंट अर्जुन सिंह के समझाने पर परिजन शांत होकर शव को लेकर घर चले गए। आपको बता दे कि कस्बे के मोहल्ला नोगवा निवासी 70 वर्षीय रामचंद्र की अचानक हालत बिगड़ने पर उनके परिजन उन्हें लेकर हाइवे किनारे राज श्री मेडिकल कालेज लेकर गए। इमरजेंसी वार्ड में भर्ती करके डॉक्टर उनका इलाज करने लगे। हालत गंभीर होने पर आईसीयू बार्ड में ले जाते समय उनकी मौत हो गयी। डॉक्टर की लापरवाही गलत इंजेक्शन लगाकर मारने का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। हंगामा कर रहे रामचन्द्र के बेटे राजीव ने बताया अस्पताल लाने पर उसके पिता बात कर रहे थे। इलाज कर रहे डॉक्टर के द्वारा इंजेक्शन लगाने के बाद उन्होंने बोलना बन्द कर दिया। उनकी हालत गंभीर होने पर डॉक्टर की सलाह पर अस्पताल का स्टाफ उनको आईसीयू बार्ड में शिफ्ट करते समय उन्होंने दम तोड़ दिया। इतना ही नही उनसे इलाज के नाम पर रुपये भी वसूल लिए। करीब आधा घण्टा तक परिजनों के हंगामा करने के बाद अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंट डॉक्टर अर्जुन सिंह के समझाने पर और इलाज के नाम पर बसूले गए रुपये वापस करने पर परिजन शान्त हो गए। शव को लेकर बगैर किसी पुलिस कार्यवाही के बापस चले गए। मेडिकल कालेज के एमएस अर्जुन सिंह ने बताया मरीज पिछले दो साल से टीबी और सांस की वीमारी से गुजर रहा था। रविवार को अस्पताल लाने पर इलाज शुरू होने से पहले ही आईसीयू बार्ड मे भर्ती करते समय मरीज की सांस थम गई। कहना है कि आरोप बेबुनियाद और निराधार हैं। मरीज को बेहतर इलाज दिया जा रहा था। उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हुई है।।
बरेली से कपिल यादव