*व्यापारिक स्तर पर बैगन, गोभी , हल्दी,लहसुन,मक्का, आलू आदि की होती है खेती
बिहार /मझौलिया- मझौलिया प्रखंड स्थित ढाब मझरिया के रूप में प्रसिद्ध शेख मझरिया पंचायत इन दिनों किसानों के मेहनत के बल पर व्यापारिक फसलों की खेती कर समृद्धि के क्षेत्र में आगे बढ़ते जा रहा है। जानकारों का कहना है कि एक जमाना था जब इस पंचायत में कोन ,सुथनी ,रतार ,आदि की खेती बहुलता से होती थी।कोई कोई किसान धान ,गेहू ,और मक्का की खेती करते थे । जिससे उनकी माली हालत दयनीय बनी रहती थी । बदलते दौर के साथ यहाँ के किसानों ने यहाँ की मिट्टी की उत्पादकता को पहचान व्यापारिक खेती करना प्रारंभ कर दिया । जिसके चलते यहाँ के किसानों की सूरत बदल गई । ढाब मंझरिया से जाने जाने वाला यह क्षेत्र आज व्यापारिक फसलों के उत्पादन के रूप में जाना जाता है। यहाँ के किसान आज गन्ना ,मक्का ,हल्दी ,लहसुन ,आलू ,गोभी बैगन आदि चीजो का उत्पादन कर अपनी स्थिति में काफी बदलाव ला दिया है । किसानों में रघुपति यादव ,सुदामा यादव ,ललन सहनी ,शैलेश सहनी पूर्व सरपंच हरिलाल यादव ,बिकरमा सहनी आदि का कहना है कि पहले एक कट्ठा जमीन में धान की खेती करने पर मात्र 30 से 35 किलो धान होता था । यही हालत गेहूँ की होती थी । लागत निकालना काफी कठिन होता था । जब से हम लोगो ने व्यापारिक खेती शुरू कर दिया है तब से उसी खेत में व्यापारिक फसलों के सहारे अच्छी आमदनी हो रही है हां परिश्रम थोड़ा ज्यादा हो रहा है। लेकिन आमदनी से मन खुश हो जा रहा है । हमारी स्थिति में काफी सुधार हुआ है। यहां के किसानों ने अन्य किसानों को भी यह संदेश दिया है कि आवश्यकता अनुसार धान और गेहूं की फसल पैदा करें अन्य खेतों में व्यापारिक फसलों को लगाकर अच्छी आमदनी प्राप्त करें और अपनी माली स्थिति में सुधार करें ।
– राजू शर्मा की रिपोर्ट