बेसिक शिक्षा विभाग की खुली पोल: फर्जी शिकायत पर अधिकारियों द्वारा कार्यवाही से शिक्षिका परेशान

बरेली- बरेली में शिक्षकों व शिक्षिकाओं को किस तरह परेशान करते हैं। इस मामले से साफ जाहिर होता है शिक्षकों व शिक्षिकाओं को परेशान करने के लिए फर्जी शिकायतों का सहारा लिया जाता है।इन शिकायतों के आधार पर कार्रवाई तक कर दी जाती है। मामला मझगंवा के ग्राम पंचायत शहवाजपुर के प्राथमिक विद्यालय हरे की गौटिया का है।यहां पर तैनात प्रधानाध्यापिका हसमुखी के खिलाफ विनोद कुमार पुत्र नत्थूलाल मझंगवा निवासी से बीएसए आफिस में शिकायत की।समय पर स्कूल नहीं खोला जा रहा है । बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा।इस बात का पता जब प्रधानाध्यापिका को चला तो वह रोने लगीं।बीएसए से बात की गई तो उन्होंने कोई संतोषजनक जबाव नहीं दिया।मामला तूल पकड़ने पर उन्होंने थाना बिसारतगंज में शिकायत की पुलिस ने जांच में पाया कि इस नाम का कोई व्यक्ति ही नहीं है जिसने शिकायत की है । उसके बाद गांव के लोगों से जानकारी जुटाई गई कई गांव वालों ने बताया कि शिक्षिका घर घर जाकर बच्चों को पढ़ाने का काम कर रही है।बच्चों को स्कूल बुला कर ले जाती है।स्कूल भी समय पर खुल रहा है।जिसने भी शिकायत की वह गलत है।फिलहाल तो इस नाम का व्यक्ति गांव में ही नहीं रहता है।गांव वालों ने सारे आरोपों को सिरे से नकार दिया । वहीं ग्राम प्रधान शंकर लाल का कहना है कि स्कूल में बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान की जा रही है।प्रधानाध्यापिका पर लगाए गए आरोप गलत है । शिक्षिका पर शिकायत वापस लेने को विभाग द्वारा शिक्षिका को बर्खास्त करने,वेतन का रोकने सस्पेंड करने आदि प्रकार से धमकी देकर परेशान किया जा रहा है इस बारे में जब हमने बीएसए से बात करना चाहा तो उनका फोन नहीं उठा ।

रिपोर्ट वीरेंद्र कुमार बरेली

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