शाहजहांपुर – शाहजहांपुर में गरीबी और आर्थिक तंगी से जूझ रहे मां-बाप द्वारा मानसिक मंदित बेटे को मजबूरन जंजीरों से बांधकर रखना पड़ रहा है। परिवार से जब तक बन सका मानसिक मंदित बेटे का उपचार कराया। लेकिन अब आर्थिक तंगी से जूझ रहे परिवार ने भी हाथ खड़े कर दिए।
मामला सदर तहसील के अंतर्गत आने वाले गांव सिमरिया सहसपुर का है। गांव निवासी रामकिशोर के परिवार की माली हालत काफी खराब है जिसके चलते परिवार किसानी व मेहनत मजदूरी कर किसी तरह गुजर-बसर कर रहे है। रामकिशोर के 16 बर्षीय बेटे अनमोल की मानसिक स्थिति बचपन से ही काफी खराब है। परिवार ने जैसे तैसे महेनत मजदूरी कर अनमोल का उपचार जिले से लेकर बाहर तक कराया तक लेकिन कोई फायदा नही हुआ। आर्थिक तंगी छाने व शासन से सहायता न मिल पाने के कारण मजबूरन परिवार को अनमोल का इलाज रोकना पड़ा गया और उसे घर पर कैद करने पड़ा गया।
बेटे को मजबूरी में बांधी जंजीर:- परिजनों ने बताया कि कहीं भी चले जाने की आदत से पूरा परिवार परेशान रहता है। यही नही कई बार अनमोल पेट्रोल को सूंघकर उसको पीने का भी प्रयास कर चुका है। इसके अलावा की उसकी हरकतों से गाँव के लोग भी परेशान होते थे। अनमोल की गलती न होने पर भी कई बार गांव वालों ने नुकसान की भरपाई के लिए अनमोल को ही जिम्मेदार ठहरा दिया। जिसके बाद आए दिन की मुसीबतों से तंग आकर परीजनो ने लोहे की जंजीर और ताले से अनमोल को बांध कर रखना शुरू कर दिया।
ग्रामीणों का कहना है कि कुछ वर्षों पूर्व अनमोल ने भूसे के ढेर में आग लगा दी थी जो कि काफी दूर तक फैल गई थी।आग लगने से काफी लोगो का नुकसान भी हुआ था जानकारो की माने तो मानसिक विक्षिप्त लोगों को शासन द्वारा उपचार में मदद दी जाती है। लेकिन जानकारी के अभाव में यह परिवार सरकार से मिलने वाली सुविधा से वंचित है।
अंकित कुमार शर्मा