बरेली। रामगंगा आवसीय योजना के विस्तारीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण मामले मे अब एक नया मोड़ आया है। किसानों के अब इस विरोध ने एक नया रूप ले लिया है।कृषि कानूनों की तर्ज पर अब भूमि अधिग्रहण मामले का भी विरोध प्रदर्शन करेंगे। इसके लिए 200 से अधिक किसान दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर जाने के लिए बरेली से रवाना हो चुके है। वहां जाकर पहले कृर्षि कानून का विरोध कर रहे किसानों का समर्थन करेंगे। बाद में वहां से मुज्जफरनगर जाकर संयुक्त किसान मोर्चा की महापंचायत में समर्थन मांगेंगे। आपको बता दें कि गुरुवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद संतोष गंगवार के प्रतिनिधि भोजीपुरा विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष के प्रतिनिधि सहित कई जनप्रतिनिधियों की मध्यस्थता में 12 गांव के प्रधानों ने बीडीए के साथ बैठक की। जिसमें निर्णय लिया गया कि किसानों की जमीन को जबरदस्ती नही ली जाएगी। उनकी सहमति के आधार पर ही उनसे चार गुना मूल्य पर उनकी जमीनों को खरीदा जाएगा। इसके बाद से किसान अब प्रधानों के भी खिलाफ हो चुके है। उनका कहना है कि प्रधान उनकी जमीन खरीदने या बेचने के मामले में बोलने वाले कौन होते है। जमीन किसानों की है फैसला भी वही करेंगे। बैठक के बाद ही किसानों ने दिल्ली का रुख कर लिया है। दिल्ली में चल रहे कृषि कानून के विरोध को लेकर रविवार को मुज्जफरनगर मे संयुक्त किसान मोर्चा की एक महापंचायत होनी है। जिसमें आगे की रणनीति को तैयार किया जाना है। उसी महापंचायत में बरेली के भी किसान शामिल होंगे। पहले कृषि कानूनों के विरोध का समर्थन करेंगे। बाद में बरेली की समस्याओं से भी महापंचायत को अवगत कराएंगे। साथ ही उनसे बरेली के हालातों पर समर्थन भी मांगेंगे।।
बरेली से कपिल यादव