*तहसील पूरनपुर के सेहरामऊ थाना इलाके का मामला
पीलीभीत – बच्चा चोरी की अफवाह पर तहसील पूरनपुर के सेहरामऊ थाना इलाके के सोंधा गांव में शुक्रवार रात पहुंची यूपी 100 पुलिस व ग्रामीणों के बीच संघर्ष का मामला सामने आया है। विवाद इस कदर बढ़ा कि, ग्रामीणों ने लाठी-डंडों से पुलिस वालों पर हमला कर दिया। इस दौरान कई राउंड फायरिंग हुई। जिसमें ग्रामीणों के अलावा छह पुलिसकर्मी घायल हो गए। डीएम व एसपी ने घटनास्थल पर पहुंचकर हालात पर काबू पाया है।
पुलिस ने इस मामले में गांव के प्रधान सहित 10 नामजद व 80 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है, जिसमें 10 नामजद आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। घटना के बाद से डरे ग्रामीण घरों से पलायन कर रहे हैं। सुरक्षा के मद्देनजर गांव में पुलिस बल तैनात है।
सोंधा गांव मे शुक्रवार रात बच्चा चोरी की सूचना यूपी 100 पुलिस को मिली। जिस पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची। चोर को गांव के आसपास व गन्ने के खेत में तलाशा गया, लेकिन कोई नहीं मिला। सूचना की पुष्टि के लिए एक पुलिसकर्मी घटनास्थल पर मौजूद लोगों का वीडियो बनाने लगा जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया तो पुलिस वालों से झड़प शुरू हो गई।
इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर हमला बोल दिया। लाठी डंडों से पीटना शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने पीआरबी कांस्टेबल अरविंद सिंह राणा व प्रेमपाल की पिटाई कर दी। घटना की सूचना मिलने पर सुल्तानपुर चौकी इंचार्ज महेश, कांस्टेबल राम प्रकाश, दिनेश सिंह, सचिन पहुंचे। लेकिन आक्रोशित ग्रामीणों ने लाठी डंडों से हमला कर इन्हें भी घायल कर दिया। इस दौरान पुलिस वालों ने जान बचाने के लिए हवा में फायरिंग की। इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। बढ़ते आक्रोश को देखकर पुलिस वालों ने भागकर जान बचाई।
घटना की जानकारी पाकर ज़िलाअधिकारी वैभव श्रीवास्तव और एसपी मनोज सोनकर ज़िले के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ गांव पहुंचे। आधी रात तक हंगामे को शांत किया जा सका। ग्रामीणों का आरोप है कि, यूपी 100 के सभी पुलिसकर्मी शराब के नशे में थे, जो आते ही घटना स्थल पर मौजूद लोगों को गाली गलौज कर मारपीट करने लगे। बचाव में ग्रामीणों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो पुलिस कर्मियों ने फायरिंग शुरु कर दी और फिर कुछ देर बाद बड़ी संख्या में पुलिस पहुंच गई और घरों में घुसकर महिलाओं से अभद्रता की और घरों में तोड़ फोड़ भी की है।