बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। सोमवार को रामलीला मे राम को चौदह वर्ष वनवास से दशरथ मरण तक की रामलीला का मंचन किया गया। कोविड 19 के नियमों का पालन करने के साथ रामलीला का आयोजन किया जा रहा है। बरेली के आनंन्दपुर निवासी छोटेलाल शर्मा की कंपनी के कलाकरों के द्वारा जीवंत संवाद किया जा रहा है। सोमवार को कलाकरों ने राम वनवास और दशरथ विलाप की लीला का मंचन करके सबको भावुक कर दिया। भगवान राम का राजतिलक होने जा रहा था तो सभी खुश थे। तब तक मंथरा के बहकावे में आकर राम को अपने पुत्र से भी अधिक प्रेम करने वाली सौतेली मां कैकेई ने भरत के लिए राजतिलक और राम के लिए चौदह वर्ष के लिए वनवास राजा दशरथ से मांगा। यह सुन दशरथ पहले क्रोधित और जब कैकेई हठ करने लगी तो राम को वनवास जाने की आज्ञा देकर विलाप करने लगे। राम लक्ष्मण सीता को चौदह वर्ष के लिए वनवास के भावुक दृश्य को देखकर दर्शकों की आंखें नम हो गई। देर रात तक दर्शकों ने रामलीला का आनंद उठाया। राम के बन जाते समय अयोध्या की जनता और दशरथ का विलाप देखकर रामलीला पंडाल में मंचन देख रहे दर्शक भी भावुक हो गए। रामलीला मंचन को देखने के लिए बड़ी संख्या में दर्शक मौजूद थे।।
बरेली से कपिल यादव