बरेली। सड़क किनारे जूते चप्पल बच्चों के कपड़े बेच रहे फड़ वालों को सोमवार को पुलिस कर्मियों ने लाठी फटकार कर दौड़ा लिया। कई फड़ वालों को डंडा मारकर उनका सामान बिखेर दिया। फड़ वाले गिड़गिड़ाते रहे लेकिन पुलिस वालों ने उनकी एक भी न सुनी। पुलिसकर्मियों का कहना था कि सड़क किनारे फड़ लगने की वजह से जाम लगता है। भीड़ बढ़ने पर कोरोना संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है। बताते चलें कि रोस्टर के हिसाब से सोमवार को जिला अस्पताल रोड की एक साइड की दुकानें पर ताले लटके थे। दुकाने बंद होने का फायदा उठाने को पहुंचे फड़ वालों ने यहां अपनी दुकानें सजा ली थी लेकिन पुलिसकर्मियों ने लाठियों से पीटकर उनको भगा दिया। जूते चप्पल का फड़ लगाने पहुंचे कासिम का कहना है कि सोमवार की सुबह चीता मोबाइल पर दो पुलिस वाले आए और सभी से पचास पचास रुपए मांगने लगे। फड़ वालों ने यह कह दिया कि वह अभी अभी आए हैं। अभी तक किसी ने कोई बिक्री नहीं की है। दोपहर में आकर ले जाना। इससे नाराज पुलिसकर्मियों ने उनको डंडे से पीटना शुरू कर दिया। डंडा मारकर उनका सभी सामान बिखेर दिया। उसके बाद अन्य फड़ वालों को भी डंडा मारकर दौड़ा लिया।
खराब हो गए कपड़े
हैंगर में लटकाकर बच्चों की कैपरी व पैजामा आदि बेचने वाले मोहम्मद आदिल का कहना है कि रोज सड़क पर खड़े होकर सामान बेचते हैं। पुलिसकर्मी हर रोज उनसे पचास पचास रुपए वसूल कर ले जाते हैं। जिस दिन भी पैसे देने का विरोध करते हैं। उसी दिन पुलिस वाले पीटना शुरू कर देते हैं। सोमवार की सुबह भी 50 रुपए न देने पर वह सभी का सामान बिखेर कर चले गए। सड़क पर कपड़े गिरने की वजह से गंदे हो गए।।
बरेली से कपिल यादव