परिवार की पीढ़ा! उत्तराखंड जाैली ग्रांट में मनमाेहन को धन के अभाव से नही मिल पा रहा इलाज

उत्तराखंड/पौड़ी गढ़वाल- उत्तराखंड जनपद पाैडी गढ़वाल कीे सरिता देवी और मनमोहन सिहं बच्चों के उज्ज्वल भविष्य का संजोकर किराये के कमरे में गुजर बसर कर रहे थे।मनमोहन सिंह की मेहनत मजदूरी से परिवार का भरण पोषण व बच्चों का अध्ययन चल रहा था कि मनमोहन सिंह विगत तीन वर्ष पूर्व तपैदिक एवं गम्भीर मस्तिष्क रोग से ग्रसित होने के कारण परिवार का भरण पोषण और बच्चों का आध्ययन जारी रखने में असमर्थ हो चुके सरिता देवी पर मानो मुसीबतों का पहाड़ टूट चुका हो।कुछ समय कर्ज लेकर परिवार का भरण पोषण और उपचार करवाया लेकिन अब कर्जा भी नहीं मिल पा रहा है।परिवार के लिये दो जून की रोटी जुटाना भी बहुत बड़ी समस्या बन चुकी है।सरिता देवी के एक पुत्र व एक पुत्री दो अबोध बच्चे हैं।जो क्रमशः कक्षा आठ व कक्षा पांच में अध्ययनरत हैं।विगत दो वर्षों से फीस की व्यवस्था न होने से दोनों का अध्ययन बाधित होता जा रहा है।राजकीय चिकित्सालय कोटद्वार में उपचाररत मनमोहन को जौलीग्रांट रैफर कर दिया गया है।धनाभाव व पारिवारिक समस्या से सरिता देवी भारी मानसिक तनाव से जूझ रही है।परिवार का अस्तित्व ही समाप्ति के कगार पर है।परिवार की विकट स्थिति को देखते हुये व छोटे बहन की पढ़ाई जारी रखने रखने के लिऐ चौदह साल का सौरभ अब एक दुकान पर मजदूरी कल रहा है।
इन परिस्थितियों को देखते हुए राज्य सरकार व जनप्रतिनिधियों से आशा की जाती है कि उक्त परिवार की पीड़ा को देखते हुऐ यथा संभव सहायता करवाने की कृपा करे।पीड़ित परिवार आजीवन आपका ॠणी रहेगा।
राज्य सरकार एंव स्थानीय जनप्रतिनिधि मामले को गंभीरता से लेने की कृपा करे।
-पौड़ी से इन्द्रजीत सिंह असवाल की रिपोर्ट

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