बरेली। कोरोना काल में प्राइवेट स्कूलों की मनमानी रुकने का नाम नहीं ले रही है तो। दूसरी ओर जिले के अफसर भी स्कूलों की शिकायत पर चुप्पी साधे बैठे हैं। स्कूल वालों की मनमानी के विरोध में कई अभिभावकों ने डीआईओएस से लेकर डीएम तक हर किसी से शिकायत की है लेकिन स्कूलों की शिकायतों के बाद भी किसी भी अधिकारी ने किसी भी स्कूल पर कोई एक्शन नहीं लिया है। अब तो अभिभावक भी अफसरों की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं। कई अभिभावक किसी नामचीन स्कूल की शिकायत करते हैं तो अफसर इस बारे में अभिभावकों से बात तक नहीं करते है और कुछ दिनों बाद मामले को दबा दिया जाता है। बता दें कि स्कूलों पर कोई एक्शन न होने से नाराज अभिभावक स्कूलों के बाहर प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। जैसे ही अभिभावक स्कूल पर प्रदर्शन करते हैं तो अफसर स्कूलों पर कार्रवाई की बात कर मामले को दबा देते हैं। सिविल लाइन स्थित जीपीएम स्कूल प्रबंधक की मनमानी के विरोध में अभिभावकों ने स्कूल के बाहर प्रदर्शन कर अपनी मांग रख चुके हैं।
बंद स्कूल में कौन चला रहा है कंप्यूटर
अप्रैल से स्कूल बंद चल रहे हैं बावजूद इसके स्कूल वाले अभिभावकों से कंप्यूटर और लाइब्रेरी, खेल शुल्क तक वसूल रहे हैं। अभिभावक भी इसी पर सवाल उठा रहे हैं कि जब स्कूल बंद चल रहे हैं तो स्कूल में कंप्यूटर कौन चला रहा है। स्कूल बंद होने से बच्चे न ही स्कूल जा रहे हैं और न ही स्कूल के कंप्यूटरों का प्रयोग कर रहे हैं। इसके अलावा न ही स्कूल की लाइब्रेरी में जा रहे हैं तो स्कूल वाले कंप्यूटर और लाइब्रेरी फीस क्यों वसूल रहे है।।
बरेली से कपिल यादव