बरेली। शहर में कई स्थानों पर नगर निगम की जमीन पर अतिक्रमण कर दुकानदारों ने ठेले व स्टॉल लगवाकर किराया वसूल कर रहे है। शहर मे सिविल लाइंस स्थित कई बाजारों में दुकानदारों ने नगर निगम की जमीन पर कब्जा कराकर उस पर चाट, पकौड़ी, मोमोज आदि के अलावा नाश्ता कार्नर लगवा रखे है। ऐसा नहीं है कि ऐसे दुकानदारों ने ठेले व स्टॉल वालों को यूंही छूट दे रखी हो जबकि नगर निगम की जमीन पर लगने वाले ठेले व स्टॉल वालों से दुकानदार ही वसूली करते है। कुल मिलाकर ऐसे दुकानदारों ने नगर निगम की जमीन को किराए पर उठा रखा है। जिससे एक तरफ नगर निगम की जमीन पर अतिक्रमण किया जा रहा है वही दूसरी तरफ इन ठेले व फड़ वालों से दुकानदार हर महीने रुपए ले रहे है। जिसकी वजह से शहर में जाम लगने की स्थिति बनी रहती है। शहर के कई व्यापारी इस तरह नगर निगम को चूना लगाने के साथ ही जाम लगवाने के जिम्मेदार है। शहर मे जाम लगने के कई कारण निकल कर आ रहे है। जिसमें एक बड़ा कारण अतिक्रमण को माना जाता है। लाख प्रयास के बाद भी नगर निगम अतिक्रमण हटाने में सफल नहीं हो पा रहा है। कई बार अभियान चलाने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। वहीं एक बड़ा मामला सामने आ रहा है जिसमें सिविल लाइंस के कई बड़े दुकानदार भी इस अतिक्रमण के बाद जाम के जिम्मेदार साबित हो रहे है। सिविल लाइंस हनुमान मंदिर के सामने स्थित एक प्रतिष्ठान की दुकान के गेट पर नगर निगम की रोड पटरी पर अतिक्रमण करके सुबह और शाम को पकौड़ी चाट का स्थायी कार्नर लगाकर कब्जा कर लिया गया है। दुकान वाले ऐसे कॉर्नर वालों से 15 से 2 हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से ले रहे है। जिसको लेकर पाषर्द रईस मियां अब्बासी, मुकेश सिंघल, मुकेश सिंह ने इस मुद्दे को नगर निगम की बैठक में उठाया था लेकिन अभी तक इस मामले को नगर निगम ने संज्ञान में नहीं लिया है। अगर नगर निगम रोड पटरी को खाली करा दे तो वहां से निकलने वाले लोगों को काफी राहत मिलेगी। साथ ही जाम से भी निजात मिलेगी।।
बरेली से कपिल यादव