नगर के जर्जर मकानों को तोडऩे के लिए नहीं हुई कोई कार्यवाही : जिम्मेदारों को है हादसों का इंतजार

मध्यप्रदेश/शाजापुर – 8-10 दिन बाद शहर में भी मानसून की झमाझम बारिश शुरू हो जाएगी। इस बार मौसम विभाग ने अच्छी बारिश के संकेत दिए हैं। ऐसा होना जलसंकट से तो निजात दिलाएगा। लेकिन शहर के बाजारों से लेकर गली मोहल्लों में आमजनों की आवाजाही वाले व्यस्ततम स्थानों पर स्थित पुराने व जर्जर मकान हादसों का कारण न बन जाए। दरअसल ये भवन और मकान सालों पुराने होने से आज जर्जर हो चुके हैं। यही कारण है कि इनसे हादसों का डर है। समय पर प्रशासन ने सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए तो तेज बारिश और आंधी में ऐसे जर्जर भवन और कच्चे मकान, उनकी दीवारें, या कोई जर्जर हिस्सा ढह सकता है।
नगर में जर्जर हालत में हो चुके भवन अब हादसों का इंतजार कर रहे है। कई वर्षों पूर्व बने ये मकान अब ढहने की कगार पर है। जो कभी भी ढह कर न जाने कितनी ही मौतों का कारण बन सकते है। जर्जर मकानों, दुकानों व भवनों को लेकर नपा प्रशासन ने इनकी सूची बनाना शुरू कर दी है। पुराने सर्वे के आधार पर नगर पालिका द्वारा नया सर्वे किया जा रहा है।

गौरव व्यास शाजापुर

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

किसी भी समाचार से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है।समाचार का पूर्ण उत्तरदायित्व लेखक का ही होगा। विवाद की स्थिति में न्याय क्षेत्र बरेली होगा।