धरती के बैकुंठ कहे जाने वाले श्री भगवान बद्रीविशाल के अभिषेक के लिए राज महल में पिरोया गया तिलों का तेल

टिहरी गढ़वाल : नगर की सुहागिन महिलाओं द्वारा पीला वस्त्र धारण कर पीले कपड़े से मुंह ढक कर तिलों का तेल पिरोया गया। टिहरी की सांसद व महारानी राज्य लक्ष्मी शाह की अगुवाई में सुहागिन महिलाओं द्वारा तिलों का तेल पिरोया गया।

जानकारी के अनुसार राजपुरोहित संपूर्णानंद जोशी, आचार्य कृष्ण प्रसाद उनियाल एवं पंडित हेतराम थपलियाल ने विधि-विधान से पूजा अर्चना की।

श्री बद्रीनाथ डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के महासचिव- राजेंद्र डिमरी,डिमर पंचायत के सचिव- दिनेश डिमरी, केंद्रीय पंचायत के वरिष्ठ सदस्य अनुज डिमरी तथा टीका प्रसाद डिमरी इस दौरान मौजूद रहे। डिमर पंचायत के ये चारों पदाधिकारी गांडू घड़ा(तेल कलश)लेकर आज सायं श्री बदरीनाथ धाम के लिए प्रस्थान कर चुके हैं। पूजा-अर्चना से लेकर तेल पिरोने तक सोशल डिस्टिंसिंग का पूरा ध्यान रखा गया।इसी तेल से 6 माह तक श्री भगवान बदरी विशाल की मूर्ति पर अभिषेक किया जाता है।
कोरोनावायरस महामारी का प्रभाव इस बार आस्था पर भी भारी पड़ा है, परिस्थितियों को देखते हुए तेल पिरोने और भगवान बद्रीनाथ के पट्ट खोलने की तिथियों में परिवर्तन करना पड़ा है।

एक खास बात यह भी रही कि पहलीबार पत्रकारों को गेट से अंदर कतई नहीं घुसने दिया गया, उन्हें घंटों गेट के बाहर खड़ा रहना पड़ा, और वहीं से लौटना पड़ा।

– पौड़ी से इन्द्रजीत सिंह असवाल की रिपोर्ट

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