मीरगंज, बरेली। कोरोना संक्रमण बढ़ने से बड़ी संख्या मे प्रत्याशियों के वाहन से गांव लौट रहे प्रवासी पंचायत चुनाव में काफी अहम होंगे। जिले से बड़ी संख्या में गैर राज्यों से युवा लौट रहे हैं। वहीं, प्रधान पद से लेकर ।जिला पंचायत सदस्य पद प्रत्याशी इन पर डोरे डाल रहे हैं। तमाम प्रत्याशियों ने प्रवासियों को बुलाने के लिए टिकट और वाहन का इंतजाम करा कर दिया है। ऐसे में गांवों का चुनावी रंग और चटक हो गया है। प्रधानी की कुर्सी पर कब्जा जमाने को प्रत्याशी हर हथकंडा आजमा रहे हैं। दूसरे प्रदेशों मे काम करने वाले प्रवासी वोटरों को प्रत्याशियों ने गांव बुलाने को वाहनों की व्यवस्था कराई। इन वाहनो से आ रहे प्रवासी वोट देने को घर लौट रहे हैं। क्षेत्र के हजारों वोटर दूसरे प्रदेशों में परिजनों के साथ मजदूरी करते है। मीरगंज व फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र के गांव चुरई दलपतपुर, रइया नगला, शीशमखेड़ा, सिमरिया, खमरिया, बहरोली, अम्बरपुर, लभेड़ा पुरोहित, पनबड़िया, टिटौली, चिटौली, रहपुरा जागीर, मीरापुर, सोहरा, रुकमपुर माधोपुर आदि गांवों के हजारों लोग दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड, महाराष्ट्र आदि प्रदेशों में परिजनों के साथ आदि राज्यों मे मजदूरी करते हैं। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव पदों के प्रत्याशी इन्हें तुरुप का इक्का मान रहे हैं। ऐसे में प्रवासियों को घर वापस बुलाने के लिए टिकट समेत वाहनों का इंतजाम प्रत्याशियों द्वारा बुलाया जा रहा है। माना जा रहा है कि इन्हीं प्रवासी वोटरों के सहारे उनके घर और परिवार की वोट प्रत्याशी को मिलेगी। बुधवार की रात में सभी प्रवासी गांव की सरकार चुनने को अपने घर आ जायेगे। प्रवासी वोटरों के खाने पीने की व्यस्थाएं भी प्रत्याशियों ने कर रखी हैं। जिस प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करेंगे वहीं प्रत्याशी इनको वाहनों ने वापस पहुंचायेंगे। इधर कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर प्रवासियों की धड़कने तेज हैं। लॉकडाउन की दहशत उन्हें हर पल सता ही रही है। इसलिए वे प्रत्याशियों द्वारा किए इंतजाम को गंवाना नहीं चाह रहे है।।
बरेली से कपिल यादव