डाक कर्मियों ने किया मासूम जनता के पैसों पर हाथ साफ: पीड़ित ने लगाई मीडिया से न्याय की गुहार

*भारतीय डाक इल्तिफातगंज पर लगा धोखाधड़ी का आरोप
*इल्तिफातगंज डाकघर की शाखा फरीदपुर कला का है मामला
*पीड़िता के अनुसार उसका डूबा लाखों रुपए की खून पसीने की कमाई

अम्बेडकरनगर,ब्यूरो- बीमा कंपनियों के पैसा लेकर भागने की खबर आज कई वर्षों से देखने वह पढ़ने को मिल रहा है लेकिन आपने यह कभी नहीं सुना होगा कि डाकखाने से भी पैसे का घपला हो सकता है लेकिन यहां पैसा गायब तो नहीं है लेकिन कुछ मामला ही ऐसा है कि यह बात करना पड़ रहा है पीड़ित के द्वारा आरोप है कि पीड़ित की पत्नी के नाम से सन 2005 में ग्रामीण बीमा योजना के तहत जीवन बीमा हुआ था जिसमें प्रति माह 490 रुपए जमा करने पर प्रति 7 साल में 20‌‌ हजार की राशि बीमा धारक को वापसी का प्रावधान था लेकिन यहां तो कुछ और ही हुआ है। जनपद के इल्तिफातगंज के डाकघर की शाखा फरीदपुर कला में डाकिया के द्वारा पीड़ित पति की दुकान पर जाकर बीमा किया गया था जिस बीमा योजना में 490 रुपया प्रतिमाह 20 साल तक जमा करने का प्रावधान था। बीमा पीड़ित सीमा वर्मा ग्राम फतेहपुर पोस्ट मखदूम नगर टांडा के नाम से था। बीमा योजना के अनुसार पीड़ित 490 रुपए 5 मार्च 2005 से 5 मार्च 2017 तक बीमा राशि जमा करता रहा बीमा के अनुसार लाभार्थी को 20 हजार की राशि 15 मार्च 2013 को 7 वर्ष पूरे होने पर पहली किस्त मिला और उसके बाद 15 मार्च 2017 को दूसरी किस्त की राशि मिलना था लेकिन इसी बीच डाक कर्मियों का खेल शुरू हो गया निर्धारित तिथि पर दूसरी किस्त की राशि ना मिलने की कारण पूछने जब पीड़ित पति फरीदपुर डाक घर पहुंचा तब डाक कर्मियों के खाता अपडेट ना होने का बहाना बना कर मामले को टरका दिया। मजे की बात यह है कि साहब लोग 490 रुपए प्रति माह की राशि भी 2017 से ही नहीं जमा कर रहे थे अनपढ़ जनता का फायदा डाक कर्मी खूब उठाए पीड़िता के द्वारा अधिक जानकारी मांगने पर पीड़िता को डांट कर भगा देते हैं डाक कर्मचारी। पीड़ित पति ने इस मामले को लेकर के फरीदपुर की मुख्य शाखा इल्तिफातगंज डाकघर से लेकर जिला मुख्यालय स्थित डाकघर तक चक्कर मारते मारते चप्पल तक घिस गए लेकिन अभी तक सिर्फ निराशा ही हाथ लगी है इस मामले की अधिक जानकारी में पता चला कि यह पूरा मामला सरकारी डाकिया हूबलाल चौरसिया का रचा हुआ हो सकता क्योंकि यह फरीदपुर की डाक शाखा अपने घर में ही चला रहा है। इस घपले में मैनेजर से लेकर, कंप्यूटर ऑपरेटर( बाबू) , क्षेत्रीय डाकिया हुबलाल लाल चौरसिया का भी हाथ है पीड़ित पति के अनुसार। खैर लोग डाक घर पर ही विश्वास रखते थे लेकिन यह मामला सुनने के बाद आज डाकघर पर से विश्वास उठ गया और आरोप धोखाधड़ी का लग गया।
– अम्बेडकरनगर,ब्यूरो रिपोर्ट

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

किसी भी समाचार से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है।समाचार का पूर्ण उत्तरदायित्व लेखक का ही होगा। विवाद की स्थिति में न्याय क्षेत्र बरेली होगा।