नागल/ सहारनपुर- सौ से अधिक लोगों के मौत के गाल में समा देने वाली जहरीली शराब कहां से आई थी ,इस पूरे कांड के पीछे कोई बड़ी साजिश तो नहीं ,लापरवाही किस स्तर पर हुई ,गांव वालों का क्या कहना है, मरने वाले उनके परिवार वाले क्या कहते हैं ,आखिर कैसे हो गया इतना बड़ा हादसा, कौन है इसका जिम्मेदार ,इन सभी सवालों के जवाब तलाशने के लिए गठित एसआईटी टीम सहारनपुर के नागल थाना क्षेत्र के गांव उमाही में पहुंची । शासन की ओर से गठित टीम इन सभी सवालों के जवाब दस दिन में शासन को अपनी रिपोर्ट सौंप कर देगी । एसआईटी के अध्यक्ष एडीजी रेलवे संजय सिंगल मंगलवार दोपहर बाद सहारनपुर आ गए थे और आईटीसी के गैस्ट हाऊस पहुंच कर , उन्होंने सहारनपुर के कमिश्नर सी पी त्रिपाठी तथा आईजी शरद सचान के साथ इनपुट लिए । और अपना होमवर्क किया, अफसरों के साथ मीटिंग की और सुबह 9: बजे सहारनपुर के नागल थाना अंतर्गत गांव उमाही पहुंच गए । यही वह गांव है. जहां शराब पीने से 14 लोगों की मौत हो गई थी । और इसी गांव का पिंटू पुत्र बल्लू राम शराब पीने के साथ साथ अवैध कच्ची शराब बेचने का काम करता था । टीम यहां गांव वालों और मुख्य रूप से मरने वालों के परिवार वालों से बात की, इस दौरान बात करने वाले परिजनों की वीडियो रिकॉर्डिंग की गई । एसआईटी टीम के अध्यक्ष संजय सिंघल, सहारनपुर मंडल आयुक्त सी पी त्रिपाठी ,और आईजी शरद सचान सभी पीड़ित परिवार वालों से बात कर घटना के बारे में जानकारी प्राप्त की । गांव के ही सरकारी स्कूल में टीम के सदस्य और अध्यक्ष ने मृतकों के परिजनों से कई बिंदुओं पर बात कर उनके बयानों की रिकॉर्डिंग की । इसके बाद जांच टीम गागलहेडी थाना अंतर्गत गांव शरबत पुर जा पहुंची। शरबतपुर गांव पहुंचकर एसआईटी टीम ने ग्रामीणों से यह पूछा कि यह सब कैसे हुआ ,शराब कहां से आई थी ,आपने क्या देखा, क्या शराब अब भी कहीं बची हुई है ,इसकी जानकारी ग्रामीण जरूर दें ,आप लोगों ने क्या देखा ,क्या शराब अभी सप्लाई हो रही है। ग्रामीणों ने बताया कि अब दो दिन से शराब पर अंकुश है ।सभी के बयान वीडियो रिकॉर्डिंग किए गए । फिलहाल इस पूरी जांच से मीडिया को दूर रखा जा रहा है । मीडिया को केवल स्टिल फोटोग्राफी की ही इजाजत दी गई है। एसआईटी टीम अफसरों का यही कहना है कि जांच के बिंदुओं को अभी सार्वजनिक नहीं किया जा सकता । जब जांच पूरी हो जाएगी, तो इसकी रिपोर्ट शासन को दी जाएगी। इतना ही नहीं यहां भी जांच टीम को महिलाओं के विरोध का सामना करना पड़ा। महिलाओं मे शराब से मरने वाले लोगों के परिजन भी शामिल थे। महिलाओं का कहना था कि पूरा गांव शराब की लत की चपेट में है। इसी गांव के लोगों से मिली जानकारी के अनुसार इस गांव में जहरीली शराब पीने से पाल सिंह पुत्र कलीराम, राजवीर पुत्र पलटू ,और धूम सिंह की मौत हो गई थी । इन तीन मौत होने के बाद शरबत पुर गांव की गुस्साई महिलाओं ने झाड़ू, पोछा छोड़कर हाथों में डंडे उठा लिए थे, और शराब के ठेके में तोड़फोड़ करते हुए, शराब के ठेके को आग के हवाले कर दिया था ।इसी गांव की महिलाओं ने एसआईटी टीम के सामने साफ साफ कहा कि वह किसी भी कीमत पर अवैध शराब की बिक्री अपने गांव में नहीं होने देंगीं ।शरबत पुर गांव में ग्रामीणों ने बताया कि गांव के लोग बड़ी संख्या में शराब की लत में है। शाम होते ही चुड़ियाला रेलवे स्टेशन उत्तराखंड की ओर जाने वाले लोगों की लंबी लाइन लग जाती है । ग्रामीणों ने यह भी बताया कि परिवार से छिपकर गांव के लोग पड़ोसी राज्य के गांव बालूपुर जाते हैं। और वहां से सस्ती शराब पीकर ,और खरीद कर लौटते हैं । ग्रामीणों ने साफ तौर पर यह भी बता दिया ,कि जिस जहरीले शराब को पीकर उनके गांव के 3 लोग मरे हैं, वह भी बल्लूपुर गांव में ही शराब पीने के लिए गए थे। यहां से जाचं टीम फिर नागल थाना अंतर्गत गांव सलेमपुर के लिए रवाना हो गई ।सलेमपुर गांव में पहुंच कर एसआईटी की टीम ने शिवपुर एवं मायाहेडी गांव के पीड़ितों को भी सलेमपुर में ही बुलवाकर उनके बयान कलम बंद किए । एसआईटी टीम के अध्यक्ष संजय सिंहघल ने मृतक आश्रितों से एक. एक. कर के घटना से जुड़ी हुई सभी जानकारियों को, बारीकी से हासिल किया। और घटनाक्रम तथा शराब बिक्री के विषय में जानकारियां जुटाई ।आई जी शरद सचान ने ग्रामीणों से कच्ची अवैध शराब के स्रोतों के बारे में जानकारी ली । सलेमपुर के प्रधान सतीश कुमार ने टीम को बताया कि ,गांव में कुछ लोग अवैध शराब बेचने का काम करते थे। इस संबंध में कई बार उन लोगों को रोकने का भी प्रयास किया गया किंतु गांव की राजनीति के चलते इसमें सफलता नहीं मिली । जिसका दुष्परिणाम यह हुआ कि गांव के 9 व्यक्ति मौत के मुंह में समा गए । सलेमपुर गांव में नरेन्द्र के परिजनों , मृतक परिवार सजँय., सुरेन्द्र, नरेन्द्र, करण, झगड़ू, मिथुन, सँजय, जोधा, विरेंद्र, के आश्रितों के बयान एसआईटी के अध्यक्ष संजय सिंघल ने दर्ज किए इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन एस के दूबे,सीओ. ट्रैफिक चोब सिंह वर्मा, उपजिलाधिकारी रितु पुनिया देवबन्द, हर्ष चावला तहसीलदार, राकेश शर्मा नायब तहसीलदार ,राजस्व निरीक्षक रिजवान अली,थानाध्यक्ष नागल सतेन्द्र कुमार राय, नागल ब्लॉक प्रमुख विजेन्द्र चौधरी, मायाहेडी के प्रधान सुशील चौधरी, शिवपुर के प्रधान कृष्ण पाल चौधरी, ताजपुर के प्रधान सरदार बिजेन्द्र सिंह,सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे ।इसके बाद एसआईटी टीम का जांच अमला सहारनपुर के लिए लौट गया।
– सुनील चौधरी सहारनपुर