सम्भल -नसीर वैलफेयर सोसाइटी की बैठक मे हज़रत अली रजि०को याद किया गया।
उपनगरी सराय तरीन मे बच्चो को हज़रत अली के बारे मे बताते हुए सोसायटी के प्रदेशाध्यक्ष नाजिश नसीर ने कहा कि हज़रत अली इस्लाम धर्म के संस्थापक हजरत मुहम्मद साहब के चचेरे भाई और दामाद थे। उनका पूरा नाम अली इब्ने अबी तालिब था। उनका जन्म मुसलमानों के पवित्र स्थल काबे मे हुआ था। अली के साथ-साथ उनका पूरा परिवार नेक-दिली के लिए जाना जाता है। वो बहुत ही उदार भाव रखने वाले व्यक्ति थे। अपने कार्यों, साहस, विश्वास और दृढ संकल्प होने के कारण मुस्लिम संस्कृति में हजरत अली को बहुत ही सम्मान के साथ जाना जाता है। अपने पूरे जीवनकाल में वो इस्लामी लोगों के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत बने और इस्लाम धर्म के इतिहास में उनका नाम आज भी बहुत ही मान से याद किया जाता है।
हाफ़िज़ रुमान ने कहा कि यह दिन प्रतिवर्ष हज़रत अली के कार्यों को याद करने के लिए बड़े उत्साह के साथ प्रेम स्नेह करूणा और भाईचारे का संदेश देते हुए मनाया जाता है।
इस अवसर पर मु०फैसल,मु०जुबैर,मु०शान, मु०तल्हा,मु०गुफरान,मु०साकिब,मु०अनस,नूर बशर,मु०ज़ीशान,मु०फैसल आदि उपस्थित थे
अंतिम विकल्प से सम्भल की रिपोर्ट