छेड़खानी की शिकार छात्रा को न्याय दिलाने के लिए संगठित हुए सामाजिक संगठन

आजमगढ़- छेड़खानी का शिकार हुई नाबालिग छात्रा को न्याय दिलाने के बजाय उसे ही पुलिस द्वारा पूरी रात पुलिस लाइन में बैठाये रखे जाने से सामाजिक संगठनों में आक्रोश व्याप्त है, इसी को लेकर सामाजिक संगठन प्रयास के नेतृत्व में महिलाआें का एक प्रतिनिधि मंडल पुलिस अधीक्षक से मिला। लेकिन पुलिस अधीक्षक के गैर जिम्मेदराना व्यवहार से प्रतिनिधिमंडल बेहद नाराज दिखा, इस दौरान लोगों ने मामले की शिकायत आगे करने का निर्णय लिया गया।
आयाम समूह की सचिव शिखा मौर्या ने कहा कि पीड़िता को पूरी रात पुलिस लाइन में ही रखे जाने पर एसपी द्वारा संबंधित के खिलाफ कार्यवाही न किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। साफ है कि महिला उत्पीड़न, यौन हिंसा पर आजमगढ़ पुलिस प्रशासन बेहद लचर रूख अख्तियार किये हुए है। एसपी द्वारा साफ कहा गया कि पुलिस को जो सही लगेगा वही करेंगी ऐसे में पुलिस अधिकारी पीड़ितों से कैसे पेश आते होंगे इसकी कल्पना की जा सकती है। ऐसे में आमजन को न्याय मिलना कठिन हो जायेगा।
आली की अंशुमाला सिंह ने कहा कि उक्त पीड़िता के मामले में पास्कों एक्ट के तहत कार्यवाही होनी चाहिए। जनपद में लगातार यौन हिंसा के मामले में बढ़ोत्तरी हो रही है वहीं सब कुछ दांव पर लगाकर पीड़िता जब थाना-कोतवाली पहुंचती है तो पुलिस द्वारा उसका और भी मानसिक शोषण किया जा रहा हैं, आजमगढ़ के एसपी द्वारा उक्त प्रकरण में सहयोग न किये जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
डा. पूजा पांडेय ने कहा कि पुलिस यौन उत्पीड़न के मामलों में टालमटोली रवैया छोड़कर सुसंगत धाराओं में चालान कर छेड़खानी करने वालों को सबक सिखाए। शिक्षा के मन्दिर में छात्राओं से छेड़-छाड़ सभ्य समाज के लिए किसी शर्म से कम नहीं है। यौन अपराधो का बढना निन्दनीय और शर्मसार करने वाली समस्या है, निर्भया कांड के बाद बने कड़े कानूनों का पुलिस अपनी सुविधानुसार इस्तेमाल करती है, जो चिन्तनीय है।
प्रयास अध्यक्ष रणजीत सिंह व अतुल श्रीवास्तव ने कहा कि नाबालिग के साथ विद्यालय कर्मचारी द्वारा छेड़खानी किया गया, जो पूरे विद्यालय के अनुशासन की कलई खोल रहा है। इसके बावजूद विद्यालय प्रशासन उक्त कर्मी का बचाव कर रहा है। यदि जिले में महिलाओं बच्चों के प्रति अपराध पर अंकुश नहीं लगता तो प्रयास संगठन जिम्मेदारों के विरूद्ध क्रमिक सत्याग्रह को बाध्य होगी। जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
इस दौरान आयाम साहित्यक समूह, महिला मंडल, अभया महिला सेवा संस्थान, गाथान्तर पत्रिका तथा आली तंजीम, राहुल सांकृत्यायन अर्न्तराष्ट्रीय घुमक्कड़, आजमगढ़ विकास संघर्ष समिति संस्था ने संयुक्त रूप से मामले की निन्दा किया और तत्काल उचित कार्यवाही करने की अपील किया।
ज्ञापन सौंपने वालों में सोनी पाण्डेय, निरूपमा पाठक, कनीज फातिमा, नसरीन शाह, सोनी यादव, प्रतिमा पांडेय, कंचन मौर्य, डा. वीरेन्द्र पाठक, आसमां गीता, शांति, खुर्रर्शीदा, सायरा खातून, स्नेहलता राय, महजबीन, एसके सत्येन, एसके दत्ता, अभिषेक सिंह नीरज, धर्मेन्द्र मौर्य गुड्डू, ई.सुनील यादव आदि मौजूद रहे।

रिपोर्टर-:राकेश वर्मा सदर आजमगढ़

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