चौपुला चौराहे पर गलत रुट डायवर्जन की वजह से भी लग रहा जाम, ट्रैफिक पुलिस बनी तमाशबीन

बरेली। चौपुला चौराहे पर शुरुआत से ही जाम लगता रहा है। यहां पर ओवरब्रिज निर्माण का कार्य होने की वजह से और भी ज्यादा दिक्कते बढ़ गई है। लेकिन यहां पुलिस की बड़ी लापरवाही की वजह से जाम लग रहा है। सिटी स्टेशन से अयूब खां चौराहा आने वाले वाहन रेलवे सदन वाले रोड से होते हुए अयूब पहुंच रहे हैं। जबकि अयूब खां चौराहा से जाने वाले वाहन भी रॉन्ग साइड जाकर इसी रोड से चौपला तक पहुंच रहे है। जिस वजह से इस रोड पर हर समय जाम लगा रहता है। अयूब खां से चौपुला की तरफ जाने वाले गलत दिशा मे वाहनों को रोकने के लिए कोई भी ट्रैफिक पुलिसकर्मी तैनात नहीं है। इसके अलावा ट्रैफिक पुलिस की लापरवाही चौकी चौराहे से चौपुला चौराहे तक जाने वाले रोड पर भी देखने को मिल रही है। दामोदर स्वरूप पार्क के पास ट्रैफिक पुलिसकर्मी हर वक्त खड़े दिखाई देते हैं। जो चौपुला की तरफ जाने वाले चार पहिया वाहनों को रोकते हैं। लेकिन यह ट्रैफिक पुलिसकर्मी पुलिस लिखी गाडियो को नहीं रोकते हैं। अगर किसी तरह कोई चार पहिया वाहन पुलिस को गच्चा देकर चला भी जाता है तो इसे रोकने के लिए आरआई के आवास के पास तैनात ट्रैफिक पुलिस इसे रोककर वापस लौटा देती है। लेकिन यहां तैनात पुलिसकर्मी भी पुलिस लिखी गाड़ी और कारों को जाने देते है। जिस वजह से आगे जाकर जाम लगता है। सुभाषनगर पुलिया पर भी ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की वजह से जाम की स्थिति बनी रहती है। चौपुला चौराहे पर पुल निर्माण की वजह से सुभाषनगर पुलिया पर लोड बढ़ गया है। यही वजह है कि पुलिया पर हर समय जाम की स्थिति बनी रहती है। जिस वजह से यहां ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की ड्यूटी भी लगाई जाने लगी है। लेकिन ट्रैफिक पुलिस कर्मी पुलिया पर ड्यूटी करने के बजाय करीब उससे 30 मीटर पहले तिराहे पर खड़े रहते हैं। यहां खड़े रहने के दौरान भी पुलिसकर्मी न तो किसी बड़े वाहन को आने जाने से रोकते हैं। और न ही पुलिया पर जाम लगने के बाद जाकर उसे खुलवाने की जहमत उठाते है। जहां एक और ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की लापरवाही से जाम लग रहा है। तो वहीं दूसरी ओर ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की चेकिंग भी लोगों के लिए मुसीबत बनी हुई है। ट्रैफिक पुलिस कभी भी कहीं भी मनमानी तरीके से चेकिंग शुरू कर देती है। कई बार तो ट्रैफिक पुलिस ऐसी जगह चेकिंग करती है जहां हर समय जाम की स्थिति बनी रहती है। शहर की यातायात व्यवस्था संभालने के लिए 148 सिपाहियों की जरूरत है। लेकिन मौजूदा समय में 64 सिपाही ही उपलब्ध है। जिसमें 84 सिपाहियों की भारी कमी है। ट्रैफिक पुलिस में 18 एचसीपी और 70 हेड कॉन्स्टेबल मौजूद है। टीएसआई की भी यातायात पुलिस में कमी है। जिले में 15 टीएसआई की जरूरत है, लेकिन मौजूदा समय में सिर्फ 12 टीएसआई ही जिले में तैनात है। कुल मिलाकर ट्रैफिक व्यवस्था संभालने के लिए 220 पुलिस कर्मियों की जरूरत है। लेकिन जिले में 166 की तैनाती है।।

बरेली से कपिल यादव

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