बरेली। क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी कार्यालय के अंशकालिक लिपिक को एंटी करप्शन की टीम ने चार हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। लिपिक ने कोचिंग संस्थान के पंजीकरण के लिए चार हजार रुपये की रिश्वत ली थी। उसके खिलाफ थाना कोतवाली मे मुकदमा दर्ज कराया है। भ्रष्टाचार निवारण संगठन के पुलिस उपाधीक्षक यशपाल सिंह ने बताया कि नवादा शेखान निवासी विनोद कुमार ने कोचिंग संस्था के पंजीकरण के लिए क्षेत्रीय उच्च शिक्षाधिकारी कार्यालय में आवेदन किया था। विनोद ने सभी कागजात भी अंशकालिक लिपिक कौशल किशोर सक्सेना को दे दिए थे। बावजूद इसके कौशल किशोर ने विनोद से चार हजार रुपये की मांगी थी। रिश्वत न देने पर लिपिक ने पंजीकरण लटका दिया। इस पर विनोद ने भ्रष्टाचार निवारण संगठन में शिकायत की। शिकायत के बाद प्रभारी निरीक्षक प्रवीण कुमार सान्याल के सहयोग से ट्रैप टीम प्रभारी जितेन्द्र सिंह ने विनोद को क्षेत्रीय उच्च शिक्षाधिकारी कार्यालय भेजा। वहां विनोद ने कौशल किशोर को चार हजार रुपये की रिश्वत दी। उसी समय टीम ने उसे रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। टीम के छापा पड़ते ही कई क्लर्क अपना काम छोड़कर कार्यालय से भाग गए। कौशल किशोर अंशकालिक लिपिक के रूप मे अमरोहा के जेपीएस कॉलेज मे तैनात है। वह क्षेत्रीय उच्च शिक्षाधिकारी कार्यालय मे संबद्ध है। टीम प्रभारी जितेन्द्र सिंह की ओर से थाना कोतवाली मे मुकदमा दर्ज कराया है। कौशल किशोर के पकड़े जाने के बाद बाबू भाग गया। उसने अपना मोबाइल भी बंद कर लिया है।।
बरेली से कपिल यादव