चन्द्रयान 2: विक्रम लैंडर का पता चलने पर देशवासियों के चेहरों पर लौटीं खुशी

*इसरो प्रमुख के शिवन ने कहा देश के समर्थन, प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन ने बढ़ाया हमारा हौसला

बेंगलुरु / दिल्ली- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख के शिवन ने रविवार को कहा कि चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग का अभियान अपनी तय योजना के मुताबिक पूरा नहीं होने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संबोधन और देश के समर्थन ने अंतरिक्ष एजेंसी के वैज्ञानिकों का मनोबल बढ़ाया। शिवन ने कहा कि हम वास्तव में बेहद खुश हैं कि प्रधानमंत्री के संबोधन के साथ-साथ पूरे देश के इसरो के साथ खड़े रहा। इसने हमारे लोगों का मनोबल बढ़ाया है। इसरो के पूर्व अध्यक्ष के कस्तूरीरंगन ने शिवन और इसरो टीम को प्रेरित करने, प्रोत्साहित करने, आश्वस्त करने और पूरी तरह से उनका समर्थन करने के लिए प्रधानमंत्री की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि हम बेहद अभिभूत हैं। पूरे देश से अच्छी और सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। प्रधानमंत्री का अंदाज भी अभूतपूर्व था। इसरो के एक अन्य पूर्व प्रमुख ए एस किरण कुमार ने कहा कि हम निश्चित रूप से देश और प्रधानमंत्री के आभारी हैं। उन्होंने कहा कि हम सराहना करते हैं कि देश और लोगों ने वास्तव में इस मिशन पर ध्यान दिया और अपना समर्थन देना जारी रखा। इसलिए, यह बहुत सकारात्मक है। हम पूरे देश के आभारी हैं। चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम के चांद की सतह को छूने से चंद मिनटों पहले जमीनी स्टेशन से उसका संपर्क टूटने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाते हुए कहा था कि वे मिशन में आई रुकावटों के कारण अपना दिल छोटा नहीं करें। क्योंकि नई सुबह होगी और उज्ज्वल कल होगा। प्रधानमंत्री ने शनिवार को वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाने के बाद भावुक दिखे इसरो प्रमुख के सिवन को काफी देर तक आत्मीयता से गले भी लगाया था। कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला ने कहा कि चंद्रयान-2 अभियान के नतीजों का असर देश के भावी अंतरिक्ष अभियानों पर नहीं पड़ेगा। राज्यपाल ने शनिवार रात कहा कि देश को अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है और वह एकजुटता से भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के साथ खड़ा है। अमेरिका ने चंद्रयान-2 मिशन को भारत के लिए बड़ा कदम बताया। दक्षिण एवं मध्य एशिया के लिए अमेरिका के कार्यवाहक सहायक मंत्री एलिस जी वेल्स ने ट्वीट किया कि हम चंद्रयान-2 के संबंध में इसरो के बेहतरीन प्रयास के लिए उसे बधाई देते हैं। यह मिशन भारत के लिए एक बड़ा कदम है और वैज्ञानिक खोज को आगे बढ़ाने के लिए मूल्यवान आंकड़े मुहैया कराता रहेगा। हमें कोई शक नहीं है कि भारत अंतरिक्ष संबंधी अपनी महत्वकांक्षाओं को पूरा करेगा। वहीं पूर्व नासा अंतरिक्ष यात्री जेरी लेनिंगर ने शनिवार को कहा कि चंद्रयान-2 मिशन के तहत विक्रम लैंडर की चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने की भारत की साहसिक कोशिश से मिला अनुभव भविष्य के मिशन में सहायक होगा। लिनेंगर ने कहा कि हमें इससे हताश नहीं होना चाहिए। भारत कुछ ऐसा करने की कोशिश कर रहा है जो बहुत ही कठिन है। लैंडर से संपर्क टूटने से पहले सब कुछ योजना के तहत था।

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