*बाहर से काम कर लौट रहे वाहन चालकों को अपने घर तक पहुंचाने में करें सहयोग।
शेरकोट / बिजनौर-शेरकोट देश में फैली कोरोना महामारी को लेकर अखिल भारतीय अम्बेडकर महा सभा के जिला अध्यक्ष ने बताया कि लाकडाऊन को लेकर हमारे क्षेत्र की जनता पूरी तरह प्रधानमंत्री जी के आदेश का पालन कर रही है लोग घरों में घुस कर रह रहे हैं चाहे गरीब हो अमीर हो या मध्यम वर्ग का परिवार हो सभी सरकार के आवाह्न को सफल बनाने में लगे हुए हैं।
परंतु कुछ परिवारों के आंसू अपनी बातों को बयां करते हैं क्षेत्र के हजारों ऐसे परिवार है जो रोज मजदूरी कर रोज राशन का इंतजाम कर दो वक्त की रोटी का व्यवस्था करने में जुटे होते थे उनके बारे में एक बार सोचना चाहिए कि उनके चूल्हे बुझ चुके हैं। उनके घरों में राशन की व्यवस्था कराई जाए नहीं तो यहां की कितनी जनता तो लाकडाऊन खुलने तक भूखमरी के कगार पर आ जाएगी कितनी मासूम भोजन की ओर आस लगाए बैठे हैं अभी सरकारी गल्ले की दुकानों को खुलने में कितना वक्त लगेगा। शेरकोट थाना क्षेत्र का ही राकेश पुत्र जबतर नाम का युवक है जिसने बताया कि वह विकलांग है और अपने पैरो पर चल भी नही सकता वह बुरुश के कारखाने में डेली बेज पर दहाड़ी पर मजदूरी करता था जब से लाकडाऊन हुआ उसे मजदूरी पर भी कोई नही रख रहा । बुरुश के कारखाने ठप पड़े है उसकी बीमार माँ की दवाई भी लगातार चलती है वो भी रुक गई है और दवाई और राशन के लिए उसके पास पैसे भी नहीं है जो विकलांग भी है वह किसी तरह से अपने परिवार का जीविकोपार्जन चलाता था।लाकडाऊन के दौरान राकेश का परिवार संकट में है ऐशा ही दूसरा मामला वीरो पत्नी धर्मवीर का सामने आया है जिसने अपने पुत्र को अरब भेजने के लिए कुछ रुपए उधर लिए थे तो उसका लड़का वहाँ जाकर फ़स गया था पैसे चुकता न होने के कारण उसका घर भी पड़ोसी ने जबरन लिखबा लिया था अब वीरो उसका विकलांग पति और उसकी नावालिग पुत्री भाड़े पर रहती है और वीरो अमीर घरो में साफ सफाई व बर्तन माजं कर गुजर वसर कर रही थी लॉक डाउन के कारण उसकी रोटी के भी लाले पड़ गये है और ऐसे ही कितने दलित समाज के लोग जो अधिक तर दहाड़ी पर काम करते थे ऐसा ही मामला बुदेव पुत्र हुलाशी का भी है जिस ने आज तक मोताज होने पर भी किसी के आगे हाथ नही फैलाया पर कोरोना के चलते लॉक डाउन ने रोजी रोटी के लिए तरसा दिया है इस लॉक डाउन के कारण उनके परिवार की दो वक्त की रोटी मिल पाना बहुत मुश्किल हो चुका है और उन की दर्द भरी दास्तां को सुनने के लिए प्रशासन से अभी तक कोई भी अधिकारी व कर्मचारी उन की सुध लेने नही पहुँच पा रहे है और न ही सरकार की और से कोई राशन , सब्जी व दवाइयों का उनके लिए कोई इंतजाम क्षेत्रीय प्रशासन कर पाया है इन्होंने अपील की हैं नगर प्रशासन अपना सहयोग प्रदान करें जिससे इन जैसा कोई भी परिवार भूखा न रह सके। और उन्होंने यह भी कहा कि जनता से हमारी अपील है कि भारत सरकार के आवाह्न को सफल बनाने के लिए आप सभी का सहयोग आवश्यक है जिससे आप सभी अपने घरों में रहें बाहर न निकलें जिससे आप सुरक्षित होंगे तभी आपका परिवार समाज और देश सुरक्षित होगा।
रिपोर्ट अमित कुमार रवि