बरेली। कोरोना काल मे तीन सौ बेड कोविड अस्पताल मे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संविदा पर रखे गए कर्मचारियों को बगैर नोटिस दिए सेवाएं समाप्त कर दी। जिसके बाद सभी कर्मचारी एकत्र होकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहां उनकी मुलाकात सिटी मजिस्ट्रेट मदन कुमार से हुई। कर्मचारियों ने कोरोना की बढ़ती दूसरी लहर के बारे मे अवगत कराया और दोबारा ड्यूटी पर रखने की मांग की। जिसके बाद सभी कर्मचारी नगर निगम पहुंचे और महापौर उमेश गौतम से मिलने की जिद पर अड़ गए। आपको बता दें कि बीते साल कोरोना काल मे 300 बेड अस्पताल को कोविड-19 अस्पताल बनाया गया था। जिसमें संक्रमित मरीजों को भर्ती कर उनका उपचार किया जाना था। स्टाफ की कमी होने के कारण स्वास्थ्य विभाग ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत फार्मेसिस्ट, स्टाफ नर्स और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को संविदा पर नियुक्त किया था। इन कर्मचारियों में से कुछ समय पहले 40 कर्मचारियों को हटा दिया गया था। जिसको लेकर अब तक दोबारा नौकरी देने की मांग उठ रही है। इसके अलावा दोबारा संविदा कर्मचारियों को हटाया गया है। सीएमओ एसके गर्ग ने बताया कि कोरोना काल में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत जिन कर्मचारियों को रखा गया था। उन्हें फंड की कमी होने की वजह से हटाया गया है। जबकि हटाए गए कर्मचारियों का तर्क है कि कोरोना की दूसरी लहर तेजी से बढ़ रही है। जिले में मात्र एक कोविड अस्पताल है। फिलहाल उनको ड्यूटी से नही हटाया जाना चाहिए।।
बरेली से कपिल यादव