शाहजहांपुर- बेबसी,लाचारी और आत्मा को झकझोर देने वाली खबर यूपी के शाहजहांपुर से है।जहाँ मेडिकल कालेज में भर्ती एक मरीज की कोरोना से मौत हो गई थी। मौत के पांच दिनों तक महिला का शव अंतिम संस्कार को तरसता रहा। क्यूंकि कोरोना के ड़र से परिवार बाले महिला के शव को लेने मेडिकल कालेज ही नही गए। पांच दिनो तक महिला का शव मेडिकल कालेज की मोर्चरी में रखा हुआ अंतिम संस्कार के लिए अपनो की राह देखता रहा। जब परिवार का कोई भी सद्स्य महिला के शव को लेने नही पहुंचा तो एम्बुलेन्स चालकों ने चन्दा कर के महिला का हिन्दू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार किया मामला शाहजहाँपुर की चौक कोतवाली का है। यहां सदर थाने के मोहल्ला पक्का तालाब की रहने बाली सुनीता देवी की हालत बिगड़ने पर उन्हे मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था। जहां पर जांच में उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। अस्पताल में इलाज के दौरान 29 अप्रेल को सुनीता देवी की मेडिकल कालेज में कोरोना से मौत हो गई । जिसके बाद महिला का शव मोर्चरी में रखवा दिया गया। 5 दिनो तक महिला का शव अपनो के इंतजार में अंतिम संस्कार के लिए राह देखता रहा । लेकिन कोरोना के ड़र से महिला के परिवार का कोई भी सदस्य महिला की बॉडी लेने अस्पताल नही आया। 5 दिन बाद एम्बुलेन्स चालक मुदीद , वीरु व समाज सेवी खान रिपोर्टर ने चन्दा करके अपनी जेब से महिला का कल हिन्दू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार किया।
– अंकित शर्मा, शाहजहांपुर