शाहजहांपुर -देश से हजारों छात्र विदेश में डॉक्टरी की पढ़ाई करने इसलिए जाते हैं ताकि इस देश का भला कर सकें। लेकिन इस कोरोनाकाल में हजारों एमबीबीएस छात्र किर्गिस्तान मे ठोकरें खा रहे हैं। घूसखोरी के चलते उन्हें प्लेन से भारत रवाना नहीं किया जा रहा है। ऐसे में हजारों एमबीबीएस छात्र मुस्किलो में है।
शाहजहांपुर के डॉक्टर मजीद और उनकी फैमिली मौजूदा समय में बेबसी मे जी रहे है। दरअसल उनका बेटा समद किर्गिस्तान में एमबीबीएस की पढ़ाई करने गया था। कोरोना के लाकडाऊन में वह 2 महीने से किसी किर्गिस्तान में फंसा हुआ है। हालांकि भारत सरकार फ्लाईट के जरिए छात्रो को ला रही है लेकिन इस देश के लोग घूसखोरी के चलते सैकड़ों छात्रों को लाइन में खड़ा किए हुए हैं। पिछले 15 दिनों से भारत आने के लिए छात्रो की मारामारी लगातार जारी है
इस देश से भारत आने के लिए मात्र फ्लाईट के टिकट से मात्र 16 सौ रूपये में ही छात्र जाते हैं लेकिन तिगुने दाम देने के बावजूद भी संस्थान के डायरेक्टर इन छात्रों को नहीं भेज पा रहे हैं। छात्रो को ख्वाब दिखाये जा रहे हैं। यह हाल तब है जब कई छात्रो की कोरोना से मौते भी हो चुकी है। वहीं दूसरी ओर छात्र कोरोना के डर कॉलेज में बैठकर अपना सामान पैक कर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर छात्रों के मां बाप बेटे के ना आने से मायूस नजर आ रहे हैं। यह हाल तब है जब सभी मां बाप एंबेसी का दरवाजा खटखटा चुके हैं।
अंकित शर्मा, शाहजहांपुर