कुम्भ सामाजिक समरसता का सबसे बड़ा पर्व है-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

•इलाहाबाद में होने वाले कुंभ के लिए राज्य व केन्द्र सरकार 17 हजार करोड़ का बजट खर्च कर रही है-मुख्यमंत्री

वाराणसी- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने एक दिवसीय
वाराणसी दौरे के दौरान महात्मा गॉधी काशी विद्यापीठ सभागार में कमिश्नर,जिलाधिकारी, एसएसपी सहित अन्य अधिकारियों एवं तीन विश्वविद्यालय के कुलपतियों के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री योगी ने कहॉ कि प्रदेश में पांच कुंभ मनाये जायेंगे। काशी विद्यापीठ को पर्यावरण कुंभ कराने की जिम्मेदारी मिली है। कुंभ मनाने का उद्देश्य सभी को बताना है कि यह सामाजिक समरसता का सबसे बड़ा पर्व है।
उन्होने कहॉ कि वर्ष 2015 में नासिक व 2016 में उज्जैन में कुंभ का आयोजन किया गया था। उसको कई लोगों ने इन कुंभों को दलित, महिला व प्रकृति
विरोधी बताया था, जबकि ऐसा नहीं था। कुंभ से सामाजिक समरसता का संदेश दिया जाता है। कुंभ के लिए किसी को आमंत्रण नहीं दिया जाता है।लोग खुद ब खुद चल कर कुंभ के लिए आते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कुंभ में आने वाले
से कोई नहीं पूछता है कि आपकी जाति व धर्म क्या है इसलिए कुंभ का सही संदेश लोगों तक पहुंचाना बहुत जरूरी है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इलाहाबाद में होने वाले कुंभ के लिए राज्य व केन्द्र सरकार 17 हजार करोड़ का बजट खर्च कर रही है। यहां पर स्नान करने आने वालों की सुविधा के लिए काफी कुछ स्थायी निर्माण कराया जा रहा है। 176 देशों से प्रतिनिधि आने
वाले हैं। इसके अलावा देश व दुनिया से करोड़ों लोग यहॉ पर पहुंचेंगे।
हम लोगों को प्रयास है कि यह इक्रो फ्रेंडली कुंभ हो। पर्यावरण को किसी तरह का नुकसान न हो और स्वच्छ भारत मिशन भी दिखे। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुंभ से जुड़ी तमाम जानकारी बतायी।
बैठक में उत्तर प्रदेश के राज्यमंत्री डा0 नीलकंठ तिवारी, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के वाइसचांसलर प्रो.राकेश भटनागर, संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रभारी वाइसचांसलर प्रो.गंगाधर, काशी विद्यापीठ के वाइसचांसलर प्रो.टीएन सिंह, कमिश्नर दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी सुरेन्द्र सिंह, नगर आयुक्त डा0नितिन बंसल, एसएसपी आनंद कुलकर्णी सहित सभी अधिकारी उपस्थित थे।

रिपोर्टर-:राकेश वर्मा आजमगढ़

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