कागजों में श्मशान घाट का निर्माण: एक चबूतरे पर हो रहा अब अंतिम संस्कार,हो गया लाखों का भ्रष्टाचार

*दमोह जिले की जनपद पंचायत तेन्दूखेड़ा के अंतर्गत आने ग्राम पंचायत झमरा का मामला जहां इस पंचायत में आने वाले रामपुरा गांव में हुआ सभी विकास कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार

तेन्दूखेड़ा/भोपाल- प्रदेश सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों के विकास के लिए कई तरह की योजनाएं चला रही है एवं उन योजनाओं के माध्यम से लाखों रुपए भी स्वीकृत कर रही है जिससे शहर के साथ ग्राम पंचायतों का भी विकास हो सके लेकिन उन्हीं पंचायतों के कर्ता धताओं द्वारा पैसे हड़पने के चक्कर में विकास के नाम पर लाखों रुपए का जमकर भ्रष्टाचार कर रहे हैं जिसका खामियाजा ग्राम पंचायत के लोगो को भुगतना पड़ रहा है तेन्दूखेड़ा जनपद पंचायत की कई ग्राम पंचायतों ऐसी है जिनके अंतर्गत आने वाले गांव में आज तक श्मशानघाट न होने के कारण बारिश में अंतिम संस्कार करने में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है इसके बाद भी जनप्रतिनिधि और अपने मुख्यालय में बैठे अधिकारी जो सरकार की तनख्वाह ले रहे हैं इस और ध्यान नहीं दे रहे हैं जिसके चलते सरपंच सचिव और रोजगार सहायक अपनी मनमानी करते हुए भ्रष्टाचार और घटिया निर्माण कार्य में लगे हुए हैं और इस साल भी लोगों को अंतिम संस्कार में बारिश में परेशान होना पड़ रहा है वहीं पंचायतों में केवल उस समय तक किसी भी कार्यों पर ध्यान दिया जाता है जब तक उसका भुगतान न हो और भुगतान होने के बाद इस और ध्यान देना जरुरी नहीं समझा जाता है सरपंच ये भी नहीं सोचते ही है कि उनके द्वारा जो निर्माण कार्यों को कराया जा रहा है उसका उपयोग उन्हीं के ग्राम के लोगों को करना पड़ता है साथ ही उस कार्य में उन्होंने शासन की राशि व्यव्य की है जिसकी बसूली भी उनसे हो सकती है
*श्मशान घाट पर नहीं बना टिनशेड छतिग्रस्त बना चबूतरा*
आपको बता दें कि मामला दमोह जिले के तेन्दूखेड़ा जनपद पंचायत का है जहां पर इसके अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत झमरा में विकास कार्यों के नाम पर लाखों रुपए का भ्रष्टाचार किया गया है इस ग्राम पंचायत में आने वाले रामपुरा गांव से जुड़ा हुआ है जहां पर आज से लगभग दो वर्ष पहले लाखों रुपए खर्च करके शांतिधाम बनाया गया था जिसका उपयोग गांव के उन लोगों को मिलना था जिसके घर में दुखद घटना हो जाती है और खुले मैदान में वो लोग मृतक लोगों का अंतिम संस्कार न करके शांतिधाम में करे इसके लिए शासन ने हर ग्राम पंचायत में टीनशेड बनाने ओर उसके साथ एक चबूतरा भी बनाने के निर्देश दिए थे लेकिन इस ग्राम पंचायत द्वारा सिर्फ कागजों में ही शांतिधाम का निर्माण किया गया है और एक कच्चा चबूतरा बनाकर इसका पूरा पैसा निकाल लिया है लेकिन सबसे बड़ी बात तो यह है कि जब रामपुरा गांव में दो शांतिधाम का निर्माण होना था तो एक ही शांतिधाम क्यों बनाया गया है और एक धरातल की जमीनी हकीकत से आखिर क्यों गोल नजर आ रहा है वहीं गांव के लोगो का आरोपी है कि सरपंच सचिव और रोजगार सहायक द्वारा सिर्फ हमारे गांव का विकास कागजो के माध्यम से किया गया है और अपनी जेबों में विकास का पैसा रखा है वहीं गांव के लोगों का कहना है कि यदि ऐसा शांतिधाम बनाया जाता है तो इससे अच्छा तो खुला मैदान ही ठीक है जहां पहले अंतिम संस्कार होता था और आज भी इसी तरह करना पड़ रहा है तो फिर शासन की राशि क्यों खर्च की गई है
*खुले मैदान में कर रहे अपनों का अंतिम संस्कार*
विकास की चाहे कितनी भी बात क्यों न की जाए लेकिन जमीनी हकीकत से सिर्फ कागजों में नजर आ रहा है ग्राम पंचायत का विकास क्योंकि ग्राम पंचायत में आज भी विकास के नाम पर लाखों रुपए का भ्रष्टाचार जोरों पर चल रहा है और अधिकारी भी इस भ्रष्टाचार में अपना कमीशन लेकर खुद का विकास कर रहे हैं और शासन की राशि अपनों पर खर्च कर रहे हैं क्योंकि आज भी लोग खुले आसमान के नीचे ऊबड़ खाबड़ मैदान में अपने परिजनों का दुखद हो जाने पर अंतिम संस्कार कर रहे है रामपुरा गांव के लोगों का जब इस संबंध में चर्चा की तो उन्होंने बताया कि ऐसा आज से नहीं बल्कि जिंदगी भर से यही हाल बना हुआ है यहां पर शांतिधाम तो बना है लेकिन टीनशेड नहीं है और जो चबूतरा बनाया गया है वो भी घटिया किस्म से बनाया गया जो पूरी तरह से छतिग्रस्त पड़ा हुआ है इस तरह का आलम इस पंचायत में आज से नहीं चल रहा है बल्कि पिछले कई सालों से चलता आ रहा है और अब बारिश की समस्या शुरू हो गई है वहीं दूसरी ओर इस ग्राम पंचायत के और भी काले कारनामे है जो सिर्फ सफेद कागजों में नजर आ रहे हैं और जमीनी हकीकत से नजरबंद है क्योंकि जब अधिकारियों की मिलीभगत चल ही रही है तो फिर कोई क्या कर सकता है इन सरपंच सचिव का इसलिए तो इनके हौसले इतने बुलंद है और फर्जीवाड़ा करने में लगे हुए हैं ग्राम पंचायत झमरा में मनरेगा के नाम पर लाखों रुपए का भ्रष्टाचार किया गया है साथ ही खेल मैदानों में भी लाखों रुपए का जमकर भ्रष्टाचार किया गया है जो जमीन से गायब नजर आ रहे हैं और सरपंच सचिव साथ ही अधिकारियों के सफेद कागज में नजर आ रहे हैं लेकिन अब देखना यह है कि इस पंचायतों में कितना विकास किया गया है और कितना भ्रष्टाचार बहुत जल्द खुलासा किया जाएगा इस पंचायत के कारनामों का जिसके कुछ दस्तावेज फोटोग्राफी की गई है साथ ही वीडियो भी है जिसका जिक्र लोगों द्वारा किया गया है और बताया गया है किस तरह इस पंचायत में भ्रष्टाचार किया गया है और मनरेगा में फर्जीवाड़ा

– विशाल रजक मध्यप्रदेश

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