ओम पर्वत मंगलेश्वर महादेव स्थल को पर्यटन का दर्जा दे:मिथिलेश प्रसाद दिर्वेदी

सोनभद्र- आओ चलें गुप्त काशी आओ चलें गुप्तकाशी की वादियों में जहाँ शिव ने रची सृष्टि सभी ऋषियों ने की साधना मानव व मानवता के उत्तपत्ती स्थल (गुप्त काशी त्रिवेणी संगम) गुप्त काशी दर्शन जो ओम पर्वत जिला मुख्यालय से दक्षिण 40 किलोमीटर दूरी पर 1850 फीट की ऊंचाई पर विराजमान सृष्टि सृजन का केंद्र ईशान कोणीय ओम पर्वत जहां से प्राकृत की हर संरचना को सहजतया देखा जा सकता है यह पर्वत एक तरफ से ओम दूसरी तरफ से त्रिशूल तीसरी तरफ से त्रिकोन नीचे चौथी तरफ से देखने पर शेष नाग की प्रकृति में दिखता है। यहां मार्कण्डे ऋषि से लेकर कई ऋषि-मुनियों ने साधना किया व बाबा कीनाराम द्वारा पूजित शिवलिंग यहां महा मंगलेश्वर महादेव के नाम से अवस्थित है। यहां से सूर्य और चंद्रमा को गृह नक्षत्रों के अनुसार उगते ढलते समभाव में मिलते व सूर्य के प्रकाश से चंद्रमा को प्रकाशित होते व प्रत्येक दिन सूरज ढलने अद्भुत दृश्य दिखाई देता है सोनभद्र जनपद से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड के भी भूमि को यहां से आसानी से देखा जा सकता है। यह ब्लाक- नगवां, थाना-राबर्ट्सगंज, चौकी-चेरुई, विधानसभा (401) राबर्ट्सगंज-सोनभद्र में विराजमान है।
वक्ताओं में रवि प्रकाश चौबे ने बताया कि सोनभद्र में गुप्तकाशी (द्वितीय काशी) के धार्मिक, प्रकृतिक, सांस्कृतिक पर्यटन स्थलों के साथ पर्यावरणीय सरोकारों को देखे जहां सभी ऋषियों ने की साधना देश के पांच बड़े राज्य उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार का संयोजन करने वाले रहस्य रोमांच गुप्तकाशी का क्षेत्र जो अनादि काल से ही देवता ऋषियों के लिए दुर्लभ रहा है जहां अनंत काल में अनेकों ऋषि मुनियों ने तप साधना कर विविध सुक्तो का सृजन किया जिनकी अनुगूंज आज भी यहाँ मौजूद है।
मिथिलेश प्रसाद दिवेदी मान्यता प्राप्त पत्रकार ने कहा कि सोनभद्र गुप्तकाशी के सीमा से सटे शिव शक्ति साधना के प्रमुख स्थल सोनभद्र मुख्यालय से उत्तर दक्षिण में 100 किलोमीटर की दूरी ज्योतिर्लिंग बाबा विश्वनाथ विराजमान है। इन स्थलों पर पर्यटन कि जरूरत है।
ओम प्रकाश त्रिपाठी शिक्षक विद ने कहा कि सोनभद्र मुख्यालय से उत्तर पश्चिम कोड़ पर 90 कि0मी0 की दूरी गंगा तट के किनारे मां विन्ध्यवासिनी विराजमान है।
वरिष्ठ पत्रकार भोला मिश्रा ने कहा कि सोनभद्र मुख्यालय से उत्तर पश्चिम कोड़ पर 90 किलोमीटर दूरी मां मुंडेश्वरी देवी धाम विराजमान है भगवानपुर भभुआ बिहार।
खोजी पत्रकार/अधिवक्ता विवेक कुमार पाण्डेय ने कहा कि सोनभद्र मुख्यालय से दक्षिण पूरब पर 108 किलोमीटर की दूरी पर विश्व प्रसिद्ध बंशीधर राधा कृष्ण मंदिर नगर उंटारी गढ़वा झारखंड में स्थित है।
ब्लाक-नगवां, थाना-राबर्ट्सगंज, चौकी-चेरुई विधानसभा 401 राबर्ट्सगंज जनपद- सोनभद्र मंगलेश्वर महादेव ओम पर्वत पर विराजमान यहां पर एक सामूहिक कार्यक्रम किया गया जिसमें जिले के पत्रकारों जिले के सम्मानित लोगों को बुलाया गया और यहाँ पर लोगो ने इस पर्वत पर जाकर के भजन व आराधना किए। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार/अधिवक्ता विवेक कुमार पाण्डेय सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में आओ चले गुप्तकाशी नामक स्मारिका का विमोचन हुआ। आओ चले गुप्तकाशी आओ चले गुप्तकाशी की वादियों में जहां शिव ने रची सृष्टि होने की साधना मानव मानवता के उत्पत्ति स्थल गुप्तकाशी त्रिवेणी संगम गुप्तकाशी दर्शन इसके संस्थापक रवि प्रकाश चौबे प्रकृति संस्कृति पर्यावरण के संरक्षण व संवर्धन को समर्पित सौजन्य से गुप्तकाशी सोनभद्र संपादकीय डी0के0 राजू और लोगों ने वहां प्रसाद ग्रहण किया और उसके बाद शाम को भजन कीर्तन का समापन हुआ।
इस मौके पर अवधेश चौबे, मिथिलेश प्रसाद द्विवेदी मान्यता प्राप्त पत्रकार, समर “सैम”, विवेकानंद पाण्डेय हिंदू युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष, उपेंद्र पाण्डेय हिंदू युवा वाहिनी के जिला संयोजक, उमेश मिश्रा, विजय विनीत तिवारी, अरविंद तिवारी, पंकज पाण्डेय, किशन पाण्डेय, रविन्द्र पाण्डेय, आलोक पति तिवारी, रत्नेश तिवारी डी के राजु, पूर्व विधायक तीर्थराज, इन्दर जीत कुमार अनिल, अजय खरवार, श्रीकान्त कुशवाहा, अजय यादव आदि सैकड़ो लोग उपस्थित थे।

रिपोर्ट-:सर्वदानंद तिवारी सोनभद्र

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