एसडीएम के विरोध में दूसरे दिन भी लेखपाल रहे कार्य से विरत: निकाली बाइक रैली

*लेखपालों ने तहसील दिवस का किया बहिष्कार

वाराणसी/पिंडरा- पिंडरा तहसील के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम मणिकण्डन के ऊपर लेखपालो का शोषण करने व तानाशाही रवैया अपनाए जाने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को दूसरे दिन भी पिंडरा तहसील के सभी लेखपाल कार्य बहिष्कार पर रहे। जिससे तहसील दिवस के अलावा फरियादियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। वही अपराह्न बाद बाइक जुलूस भी निकाला।
मंगलवार को सुबह 10 बजे लेखपाल फिर कार्य बहिष्कार की घोषणा करते हुए धरने पर बैठ गए। धरने पर बैठे लेखपालो का कहना था कि एसडीएम के धमकी व कार्यवाही से लोग दहशत में आ गए हैं। जब तक उनको नही हटाया जाएगा तब तक धरना देंगे।
वही उ0प्र0 लेखपाल संघ के बैनर तले प्रदेश स्तर पर चलाये जा रहे आंदोलन के क्रम में 2 बजे के बाद बाइक रैली निकाल कर सरकार के विरुद्ध आक्रोश व्यक्त किया और मांगो को न माने जाने पर शासकीय व्हाट्सएप ग्रुप को भी छोड़ दिया।
विदित तहसील सभागार में आईएएस/एसडीएम ने बैठक बुलाई थी। इस दौरान एसडीएम ने अतिरिक्त गांवो के कार्य को पूर्व की भांति करने का दबाव बनाने लगे। जिसपर जब लेखपालो ने प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर अतिरिक्त गांवो के कार्य को न लेने की बात कही तो एसडीएम नाराज हो गए और लेखपालो को निलंबित करने की बात कही। जिससे नाराज लेखपाल बैठक छोड़कर हाल से बाहर बरामदे में आकर धरने पर बैठ गए।
धरने के दौरान पिंडरा तहसील के संयोजक संतोष पटेल, सह संयोजक संदीप सिंह, जिला मंत्री आशीष प्रकाश शर्मा , सुरेंद्र मौर्य, कपीस तिवारी, अभिषेक जायसवाल,अन्नू तिवारी रितेश सिंह, मोहम्मद अयूब , राजेश कुमार चंद्रप्रकाश, हरेराम व धीरज, आशीष कुमार, दयाशंकर सिंह, धर्मेंद्र वर्माके साथ समस्त लेखपाल उपस्थित रहे।

रिपोर्टर:-महेश पाण्डेय

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