एसडीएम कर्णप्रयाग वैभव गुप्ता से विधायक ने दूरभाष पर किया अभद्र व्यवहार

*उत्तराखंड के चमोली जिले में लॉक डाउन में लावलश्कर लेकर बदरीनाथ जा रहे यूपी के बाहुबली विधायक को लौटाया

*अफसरों से बदसलूकी का आरोप

*यूपी के मुख्यमंत्री के स्वर्गीय पिता के पितृ कार्य के नाम पर ले रखी थी अनुमति

*उत्तराखंड के वरिष्ठ नौकरशाह ने 11 लोगों को तीन लग्जरी वाहनों के साथ दी थी अनुमति
*बदरीनाथ के कपाट बंद होने के बावजूद दी गई अनुमति

*केदारनाथ जाने का भी था कार्यक्रम

उत्तराखंड- यूपी के चर्चित नेता अमरमणी त्रिपाटी के विधायक पुत्र अमन मणी त्रिपाटी अपने 10 साथियों सहित बदरीनाथ जाते हुए पुलिस ने कर्णप्रयाग में रोक कर वापस लौटाया है। बताया गया कि विधायक व साथियों ने एसडीएम व पुलिस सहित स्वास्थ्य कर्मियों से बदसलूकी की गई । जब रोकने के बाद भी वे गौचर चेकपोस्ट से तीन इनोबा से बदरीनाथ के लिए रवाना हुए तो सूचना के बाद पुलिस ने कर्णप्रयाग में बैरिकेट लगाकर इन्हें रोका गया। इस दौरान भी पुलिस कर्मियों से बदसलूकी की गई। एसडीएम कर्णप्रयाग वैभव गुप्ता कहना है कि विधायक द्वारा उनसे दूरभाष में हुई बातचीत में अभद्र व्यवहार किया गया। जबकि वे उन्हें सिर्फ नियमों को बता रहे थे।
बताया गया कि यूपी के विधायक अमन मणी त्रिपाटी के अपने आठ साथियों सहित तीन इनोबा कार में गौचर चेक पोस्ट पर पहुंचे । वहां पर तैनात पुलिस , प्रशासन व स्वास्थ्य कर्मियों ने जब उन्हें रोकने की कोशिक की तो वे उतराखंड के एक नौकरशाह का हवाला देते हुए बदरीनाथ जाने की अनुमति पत्र दिखाते हुए जबरन निकल पड़े। बताया गया कि इस दौरान चेकपोस्ट पर तैनात अधिकारियों ने कर्णप्रयाग एसडीएम सहित पुलिस को सूचना दी। जिसपर कर्णप्रयाग में वैरियर लगा कर इन वाहनों को पुलिस ने जबरन रोका । एसडीएम वैभव गुप्ता का कहना है कि दोपहर को तीन इनोबा कारों में आठ से अधिक लोग बदरीनाथ जाने की बात कर रहे थे। देहरादून से इन्हें अनुमति मिली हुई थी। अनुमति में उन्हें दो मई से सात मई तक बदरीनाथ व केदारनाथ भ्रमण के दौरान पित्र कार्य के लिए अनुमति दी गई थी। एसडीएम ने बताया कि अनुमति के बाद भी दूसरे जिले से आने वाले को प्रशासन फेसलिटी क्वारेंटीन या होम क्वारेंटीन का नियम है। कर्णप्रयाग में कोतवाल के नेतृत्व में पुलिस ने जब इन वाहनों को रोका तो वे हंगामा कर पुलिस को अपने रूतवे का रौब दिखाने लगे। बताया गया कि उन्होंने देहरादून से मिली अनुमति में दावा किया गया था कि वे यूपी के मुख्यमंत्री के स्वर्गीय पिता के पित्र कार्य के लिए बदरीनाथ जाने की अनुमति दी गई थी।
एसडीएम के अनुसार मौके से विधायक ने जिलाधिकारी व अन्य अधिकारियों से भी बात की । एसडीएम के अनुसार विधायक ने उनसे बदसलूकी भी की । एसडीएम के अनुसार विधायक सहित साथियों को बताया गया कि बदरीनाथ के कपाट अभी बंद हैं। एेसे में बदरीनाथ जाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। जब पुलिस ने सख्ती की तो विधायक सहित अन्य साथी वापस लौट गए ।

– पौड़ी से इन्द्रजीत सिंह असवाल की रिपोर्ट

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