एक शाम इस्लाह-ए-मुआशरा के नाम से प्रोग्राम का किया गया आयोजन

बिहार: (हाजीपुर)- वैशाली ज़िले के पातेपुर प्रखंड क्षेत्र के चकनसीर उर्दू मिडिल स्कूल के प्रांगन में एक शाम इस्लाह ए मुआशरा के नाम से प्रोग्राम किया गया जिसके कन्वीनर मसजिद ए तक़वा अहले हदीस के सेक्रेटरी निसार साहब रहे ,सदारत मौलाना फैजान कैफी सल्फी तथा निजामत मौलाना निसार सल्फी ने की ।जिसके सलाहकार मो0 इन्तखाब आलम उर्फ चाँद बाबू , मो0 तमनने , मो0 अफरोज मो0 मिंटू, मो0 मस्सू ,मो0 शमशाद , मास्टर नसीम, प्रोफेसर राहत हुस्सैन।
मौलाना जर्जीस ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा के आज समाज का नेता समाज का चौधरी वही बनता है, जो सब से बड़ा झूटा हो और वो मुसलमान नहीं हो सकता है।
हदीस शरीफ का हवाला देते हुए कहा के मुस्लिम शरीफ में लिखा है के कोई व्यक्ती कितना भी नमाजी हो, काजी हो, हाजी हो, उपवास करता हो , लेकिन जब वो बात करता है तो झूट बोलता है वादा करके वादा तोड़ देता है अमानत में खयानत करता है वो व्यक्ती भले ही अपने आप को मुसलमान समझता है, मगर वो मुसलमान नहीं हो सकता बल्की वो मुनाफिक है ।
एक जगह कुरान का हवाला देते हुए कहा के ईश्वर ने कुरान में सच बोलने को नहीं कहा बल्की दुरुस्त बोलने को कहा है । एक व्यक्ति ने किसी से पूछा के कहा रहते हो तो उसने कहा जमीन के ऊपर आसमान के नीचे भले वो व्यक्ति ने सही कहा है चुंकि कोई भी कहीं भी हो वो जमीन के ऊपर आसमान के नीचे ही रहता है तो उसने सही तो कहा है लेकिन दुरुस्त नहीं कहा है कुरान कहता है दुरुस्त बोलो ।आज समाज में ज्यादा तर व्यक्ति इस बीमारी में फंसा है
उन्हों ने कहा के जब ये सब होने लगे तब कयामत का इंतजार करो ।उन्होंने कहा के जब समाज में ऐसे लोगों की पूजा होने लगे तो कयामत का इंतजार करो आज समाज की सब से बड़ी बीमारी मोबाईल फोन है। घर वाले लड़के लड़कियों का रिश्ता लगा कर चार साल पांच साल तक छोड़ देते हैं। क्या भाई हम ने तो बुक कर लिया है शादी नहीं करेंगे।फिर लड़का-लड़की एक दूसरे से रातों रात वाट्स एप पे वीडियो कॉल बात करते हैं जो सरासर हराम है। जबकि सरियत में लड़का – लड़की एक दूसरे को एक नजर देख सकते शादी के बंधन से पहले जो जायज है। लेकिन हमारा समाज इसको गलत समझता है।
एक जगह फिर कुरान का हवाला देते हुए कहा कि अगर कोई व्यक्ति किसी बे कसूर बे गुनाह को बचा लेता है। मानो सारी इंसानियत सारी दुनिया बचा लिया। उन्हों ने कहा कि सरकार जुल्म के वैशाखी पे नही बल्कि इंसाफ के पथ पर चल शक्ति है। और वक्त किसी का नहीं हुआ न होगा। मौजूदा दौर के हिटलर का भी वही वक्त आने वाला है ।जो कभी फिरौन का हुआ था। अंत में उन्हों ने कहा कि हिंदुस्तान के हालात अच्छे नहीं है।मगर हमें घबराने की जरूरत नहीं हज। हम देश नहीं छोड़ेंगे फेश करेंगे। इस मौका पर भारी संख्या लोग उपस्थित हुए और प्रोग्राम को सफल बनाया। मौके पर मीडिया प्रभारी एहतेशाम फरीदी भी उपस्थित थे।
– नसीम रब्बानी ,पटना/ बिहार

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